सिल्क की साड़ियां देख बाग-बाग हुईं राज्यपाल
जागरण संवाददाता मऊ राज्यपाल आनंदी बेन पटेल पुलिस लाइन स्थित हेलीपैड से सीधे कार द्वारा 1
जागरण संवाददाता, मऊ : राज्यपाल आनंदी बेन पटेल पुलिस लाइन स्थित हेलीपैड से सीधे कार द्वारा 11.50 बजे कलेक्ट्रेट पहुंचीं। यहां स्टालों को देखा। इस दौरान सिल्क साड़ियों के प्रदर्शन को देखकर काफी खुश हुईं। उन्होंने यहां के स्वयं सहायता समूहों के प्रोडक्ट की सराहना की। पहले स्टाल पर पहुंचते ही राज्यपाल को जिलाधिकारी अमित सिंह बंसल ने स्वयं सहायता समूहों की महिलाओं से परिचय कराया। इसके बाद रतनपुरा ब्लाक के ग्राम पंचायत सहेबरपुर द्वारा लगाए गए स्टाल पर पहुंचीं। मठियां बाबा स्वयं सहायता समूह के मिट्टी के बर्तन, दीपक, आदि को देखा। उन्होंने सभी से दीपक जलाने के लिए कहा। मां दुर्गा स्वयं सहायता समूह के आंवले का लड्डू, अमरूद की टाफी, गेहूं के आटा की मठरी व नमकीन, बेसन की मठरी व नमकीन को भी सराहा। इस दौरान उन्होंने कहा कि गुजरात में चावल का मठरी बनता है। यहां भी चावल का बनाएं। मुहम्मदाबाद गोहना स्वयं सहायता की तरफ से बिदी का स्टाल लगाया गया था। इसके बाद बरी के स्टाल पर पहुंचीं तो इसके बारे में जानकारी ली। स्वयंसेवी समूह की महिलाओं ने बताया कि एक हजार रुपये बनाने में खर्च आता है। बिक्री होने पर पांच सौ रुपये का लाभ होता है। यानी 1000 का माल 1500 रुपये में बिक जाता है। मेसर्स इंडिया मलिक ताहिरपुरा ने भी आकर्षक साड़ियों का प्रदर्शन किया था। ओडीओपी के तहत साड़ियों का स्टाल लगाया गया था। सहायक आयुक्त हथकरघा विभाग की तरफ से सिल्क की साड़ियों का स्टाल लगाया गया था। यहां 500 से लेकर काफी ऊंचे दाम तक साड़ियां थीं। यहां साड़ियों का ताना किस तरह बनाया जाता है इसका भी प्रदर्शन किया गया। यहां एक महिला ताना को लपेटना भी दिखा रही थी। इस दौरान राज्यपाल ने सहायक आयुक्त अरविद सिंह से कई जानकारी ली।