हत्यारों की तलाश में जुटीं पुलिस की छह टीमें
पुलिस के हाथ लगे कुछ अहम सुराग, चार ¨बदुओं पर चल रही जांच - खालसा चक गोयान में शुक्रवार की सुबह मिली थी लाश - गुरुवार को खाली पेट ही काम की तलाश में निकला था जीतेंद्र पुलिस के हाथ लगे कुछ अहम सुराग, चार ¨बदुओं पर चल रही जांच - खालसा चक गोयान में शुक्रवार की सुबह मिली थी लाश - गुरुवार को खाली पेट ही काम की तलाश में निकला था जीतेंद्र
जागरण संवाददाता, मऊ : शहर कोतवाली के भुजौटी मुहल्ला निवासी जीतेंद्र (35) पुत्र स्वर्गीय रामचंद्र के हत्यारों तक पहुंचने के लिए पुलिस ने हर तरफ अपना जाल बिछा दिया है। हत्या के जल्द से जल्द पर्दाफाश के लिए पुलिस ने सात टीमों का गठन किया है, जिसमें एक टीम की सीओ सिटी के नेतृत्व में जांच में लगी है। पुलिस सूत्रों की मानें तो पुलिस के हाथ कुछ अहम सुराग लगे हैं, जिसके आधार पर पुलिस जल्द ही हत्यारों को दबोच लेगी।
बता दें कि भुजौटी निवासी जीतेंद्र अपने माता-पिता का सबसे बड़ा बेटा था। गुरुवार को वह घर से खाली पेट ही काम की तलाश में निकला था। दूसरे दिन शहर कोतवाली क्षेत्र के खालसा चक गोयान मुहल्ले के एक खेत से गुजर रहे नाले के पास उसकी खून से सनी लाश मिली थी। जीतेंद्र की मां राधिका देवी ने बताया कि जीतेंद्र का विवाह 15 वर्ष पहले हुआ था, लेकिन एक वर्ष के भीतर ही दोनों का तलाक हो गया था। तबसे अकेले ही जीतेंद्र घर पर रहकर मजदूरी का काम करता था। जीतेंद्र के दो भाई प्रदीप और सत्येंद्र मुंबई में रहकर मेहनत-मजदूरी का कार्य करते हैं। प्रदीप कुछ दिनों से घर आया हुआ है। परिजनों के मुताबिक जीतेंद्र की किसी से कोई दुश्मनी नहीं थी, लेकिन वह हेरोइन जैसे नशे की गिरफ्त में था। पोस्टमार्टम के बाद शुक्रवार की देर शाम शहर के ढेकुलियाघाट पर जीतेंद्र का परिजनों ने अंतिम संस्कार कर दिया। उधर, शहर कोतवाली से महज कुछ ही कदम की दूरी पर हुई इस घटना ने पुलिस की नींद उड़ाकर रख दी है। सीओ सिटी राजकुमार ने बताया कि क्राइम ब्रांच की तीन टीमें, शहर कोतवाली की एक, दक्षिण टोला थाने की एक व एक टीम उनके स्वयं के नेतृत्व में हत्यारों की तलाश में जुटी हुई है। कहा कि कुछ अहम सुराग मिले हैं। चार ¨बदुओं पर अलग-अलग टीमें काम कर रही हैं। जल्द ही घटना का पर्दाफाश कर दिया जाएगा।