चुनाव : आम आदमी का हथियार बनेगा 'सी विजिल' एप
जागरण संवाददाता मऊ विधानसभा-2022 चुनाव को सकुशल संपन्न कराने के लिए निर्वाचन आयोग ने कमर
जागरण संवाददाता, मऊ : विधानसभा-2022 चुनाव को सकुशल संपन्न कराने के लिए निर्वाचन आयोग ने कमर कस लिया है। आदर्श आचार संहिता का कड़ाई से पालन कराने के लिए सी विजिल एप लांच किया गया है। इस एप से 100 मिनट के अंदर जनता की शिकायतों का निस्तारण किया जाएगा। इसकी निगरानी जिला प्रशासन व जिला निर्वाचन कार्यालय द्वारा की जाएगी। कोई भी व्यक्ति इस एप के माध्यम से अपनी शिकायत कर सकता है। शिकायतों के निस्तारण के लिए उड़नदस्ते 24 घंटे सक्रिय रहेंगे। उड़नदस्तों की लोकेशन जानने के लिए प्रत्येक वाहन पर जीपीएस सिस्टम भी लगाया जाएगा। शिकायत करने वाले का नाम भी गुप्त रखा जाएगा। एप के माध्यम से मतदाता प्रत्याशियों के द्वारा आचार संहिता उल्लंघन की शिकायत कर सकते हैं। आचार संहिता उल्लंघन के मामलों से निपटने के लिए कलेक्ट्रेट स्थित जिला मुख्यालय पर कंट्रोल रूम भी बना दिया गया है। मऊ में सदर, मधुबन, घोसी व मुहम्मदाबाद गोहना सुरक्षित विधानसभा में आगामी सात मार्च को चुनाव होगा। आचार संहिता उल्लंघन पर कार्रवाई शुरू कर दी गई है। ऐसे में जनपदभर में कहीं भी आचार संहिता का उल्लंघन मिलता है तो कोई भी एप के माध्यम से शिकायत दर्ज करा सकता है।
-------------------
इस तरह से करें एप का प्रयोग
आचार संहिता के उल्लंघन की जानकारी देने के लिए फोटो या दो मिनट अवधि का वीडियो एप पर अपलोड कर सकते हैं। फोटो या वीडियो अपलोड होते ही उस जगह की लोकेशन भी पता चल जाएगी। अपलोड होने के बाद यूजर को एक यूनिक आईडी मिलेगी। इसके जरिए मोबाइल पर ही फालोअप कर सकते हैं।
ऐसे लोडकर सकते हैं विजिल एप
चुनाव आयोग का यह एप एंड्रायड और आइओएस दोनों प्लेटफार्म पर उपलब्ध है। एंड्रायड मोबाइल में आप गूगल प्ले स्टोर के माध्यम से इसे इंस्टाल कर सकते हैं। इंस्टाल करने पर कैमरा, लोकेशन और आडियो और फाइल एक्सेस करने की अनुमति मांगी जाएगी। इसके बाद भाषा चुनने का विकल्प मिलता है। आप अपनी भाषा का चयन कर सकते हैं। आपको फोन नंबर लिखना होगा। इस पर एक ओटीपी आएगा। ओटीपी दर्ज करने के बाद अपना नाम, पता, राज्य, जिला, विधानसभा क्षेत्र और पिन कोड की जानकारी देनी होगी। जानकारियां देने के बाद आपको सत्यापन पर क्लिक करना होगा। आचार संहिता के उल्लंघन पर पूरी तरह से लगाम लगाने के लिए भारत निर्वाचन आयोग की तरफ से यह एप लांच किया गया है। इस एप के माध्यम से आचार संहिता के उल्लंघन पर पूरी तरह से जहां लगाम लग पाएगा वहीं चुनाव की गतिविधियों की जानकारी भी मिल सकेगी।
--हर्षिता तिवारी, प्रभारी, जिला निर्वाचन कार्यालय