हाइवे से गलियों तक होता रहा रूट मार्च
अयोध्या प्रकरण को लेकर शनिवार को उच्चतम न्यायालय का निर्णय आते ही प्रशासन एवं पुलिस महकमा चौकन्ना हो गया। हालांकि आम आदमी के बीच कोई क्रिया-प्रतिक्रिया नहीं दिखी।
जागरण संवाददाता, घोसी (मऊ) : अयोध्या प्रकरण को लेकर शनिवार को उच्चतम न्यायालय का निर्णय आते ही प्रशासन एवं पुलिस महकमा चौकन्ना हो गया। हालांकि आम आदमी के बीच कोई क्रिया-प्रतिक्रिया नहीं दिखी। नगर में सब कुछ आम दिनों जैसा ही रहा मानो कुछ हुआ नहीं है। उधर इस रूट मार्च के कुछ देर बाह ही जिलाधिकारी ज्ञानप्रकाश त्रिपाठी एवं पुलिस अधीक्षक अनुराग आर्य के नेतृत्व में वाहनों में सवार आरएएफ के सशस्त्र जवानों का काफिला भी हाइवे से बाजार होते हुए गुजरा।
सुबह अदालत का निर्णय आते ही एसडीएम विजय कुमार मिश्रा, सीओ अभिनव कन्नौजिया एवं कोतवाल पीएन मिश्र के नेतृत्व में पुलिस एवं पीएसी के जवानों ने कोतवाली गेट से मधुबन मोड़, बड़ागांव होते हुए करीमुद्दीनपुर सहित पूरे नगर में रूट मार्च निकाला। यह मार्च तीन बार नगर की गलियों में दिखा। उधर इसके कुछ देर बाद ही जिलाधिकारी एवं एसपी के नेतृत्व में खुले वाहनों में अत्याधुनिक असलहे लिए जवानों का काफिला गुजरा। पुलिस दस्ता को देखकर लोगों में कानाफूंसी भी हुई पर नगर में आम जिदगी पूर्ववत रही। दुकानें खुली रहीं और लोग बाजार में खरीददारी करते रहे।
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मस्जिदों में हुई कौमी यकजहती की दुआएं
नगर की कुछ मस्जिदों में दोपहर की नमाज के दौरान मुल्क की सलामती और कौमी यकजहती की दुआ भी की गई। नगर के दोनों ही संप्रदायों के अमन पसंद प्रबुद्ध वर्ग ने सभी से इस निर्णय को सम्मान देने और भारत की एकजुटता को बनाए रखने की अपील की है। बहरहाल इस नगर ने एक बार फिर अपनी छवि के अनुरूप प्रमाण प्रस्तुत किया है।