Move to Jagran APP

संगठन के नाम क्रय केंद्रों पर वसूली, बढ़ रहा आक्रोश

जागरण संवाददाता मऊ जनपद के लगभग सभी क्रय केंद्रों पर धान खरीद को लेकर मारामारी की स्थि

By JagranEdited By: Published: Thu, 09 Dec 2021 04:41 PM (IST)Updated: Thu, 09 Dec 2021 04:41 PM (IST)
संगठन के नाम क्रय केंद्रों पर वसूली, बढ़ रहा आक्रोश
संगठन के नाम क्रय केंद्रों पर वसूली, बढ़ रहा आक्रोश

जागरण संवाददाता, मऊ : जनपद के लगभग सभी क्रय केंद्रों पर धान खरीद को लेकर मारामारी की स्थिति व्याप्त है। हर किसान अपना धान पहले बेचने को लेकर आतुर है। ऐसे में कुछ संगठन के लोग क्रय केंद्रों पर हाईकमान का हवाला देते हुए वसूली करने का काम कर रहे हैं। धनराशि न देने पर मारपीट पर उतारू हो जा रहे हैं। यही नहीं टोकन से धान खरीद होने के बावजूद अपने चेहेतो किसानों का टोकन लगवाने का प्रभारियों पर दबाव दे रहे हैं। इसे लेकर क्रय केंद्रों के प्रभारियों ने अपने उच्चाधिकारियों को अवगत करा दिया है।

loksabha election banner

जनपद में कुल 45 क्रय केंद्र बनाए गए हैं। इसमें विपणन शाखा के 12 केंद्र व पीसीएफ के 30 केंद्र, भारतीय खाद्य निगम के दो केंद्र व मंडी परिषद गोंठा शामिल हैं। अब तक जनपद में करीब तीन हजार एमटी से अधिक धान की खरीद की जा चुकी है जबकि लक्ष्य 42 हजार एमटी का है। ऐसे में सभी क्रय केंद्रों पर मारामारी की स्थिति है। पीसीएफ के क्रय केंद्र इटौरा, सलाहाबाद, कसारा व विपणन शाखा के क्रय केंद्र कहिनौर पर कुछ संगठन के लोग पहुंच रहे हैं। यह लोग क्रय केंद्र प्रभारियों से वसूली कर रहे हैं। विरोध करने पर मारपीट पर भी उतारू हैं। यही नहीं यह लोग अपने मनमाफिक किसानों का धान खरीद का भी दबाव बना रहे हैं। इससे क्रय केंद्रों पर व्यवधान उत्पन्न हो रहा है। किसान को टोकनवार खरीद करवाई जा रही है। बारी-बारी से सबको बुलाकर खरीद की जा रही है। ऐसे में कुछ चंद लोगों के अव्यवस्था करने की वजह कई क्रय केंद्रों पर विवाद की स्थिति उत्पन्न हो गई है। सभी क्रय केंद्र के प्रभारियों ने बुधवार को अपने उच्चाधिकारियों को अवगत करा दिया है।

क्रय केंद्र प्रभारियों की शिकायत मिली है कि उनके ऊपर दबाव बनाकर पैसा मांगा जा रहा है। इसकी जांच कराई जा रही है। उनसे कहा गया है कि किसी भी कीमत पर दबाव में काम नहीं करना है। सभी लोग टोकनवाइज ही किसानों का धान खरीदें। अगर कोई वसूली की बात करता है तो सीधे जिलाधिकारी अमित सिंह बंसल या उनसे बात कराएं।

-विपुल कुमार सिन्हा, डिप्टी आरएमओ।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.