टूटेगी 102 वर्ष पुरानी परंपरा, कोपागंज में इस बार नहीं होगी रामलीला
कोपागंज नगर पंचायत क्षेत्र में इस बार 102 वर्षों की परंपरा टूटने जा रही है। एक शताब्दी से होती चली आ रही श्रीरामलीला का मंचन इस वर्ष नहीं होगा।
जागरण संवाददाता, पुराघाट (मऊ) : कोपागंज नगर पंचायत क्षेत्र में इस बार 102 वर्षों की परंपरा टूटने जा रही है। एक शताब्दी से होती चली आ रही श्रीरामलीला का मंचन इस वर्ष नहीं होगा। नगर की रामलीला समिति ने बुधवार की रात बैठक कर कोरोना संक्रमण को देखते हुए सर्वसम्मत से यह फैसला लिया है।
आयोजन कमेटी के अध्यक्ष अजय कुमार यादव ने कहा कि थाना कोपागंज में सोमवार को सदर एसडीएम ने शांति समिति की बैठक कर रामलीला के लिए कुछ शर्तों के अनुपालन को अनिवार्य बताया था। इसमें 60 वर्ष से अधिक तथा 10 वर्ष से कम उम्र के लोगों के आने पर मनाही है। जबकि रामलीला समिति के अधिकांश सदस्य ही 60 वर्ष से अधिक के है। रामलीला को देखने के लिए दूर-दराज से लोग आते है। अब कम समय होने के कारण किसी अन्य को जिम्मेदारी नहीं दी जा सकती। अनुमति के लिए लाख बंदिशों की वजह से बुधवार को सभी रामलीला सदस्यों ने बैठक कर निर्णय लिया कि इस बार रामलीला का आयोजन नहीं होगा। बैठक में दुर्गेश गुप्ता, हरिशंकर जायसवाल, विद्यासागर गुप्ता, दिलीप जायसवाल, काशीनाथ जायसवाल, राजन गुप्ता, उग्रसेन बरनवाल, मुन्नू वर्मा आदि उपस्थित रहे।