रेलवे ने भेजा जिले के लिए 10 आइसोलेशन कोच
रेलवे के वाराणसी मंडल की ओर से एक ट्रेन को ही कोविड आइसोलेशन कोच के रूप में तब्दील कर दिया गया है। गुरुवार को डीआरएम विजय कुमार पंजीयार ने स्थानीय रेलवे जंक्शन का निरीक्षण कर कोविड आइसोलेशन कोच में की गई व्यवस्था का जायजा लिया और स्टेशन अधीक्षक ददन राम को कोच को प्लेटफार्म संख्या तीन से हटाकर दो पर रखे जाने का निर्देश दिया।
जागरण संवाददाता, मऊ : रेलवे के वाराणसी मंडल की ओर से एक ट्रेन को ही कोविड आइसोलेशन कोच के रूप में तब्दील कर दिया गया है। गुरुवार को डीआरएम विजय कुमार पंजीयार ने स्थानीय रेलवे जंक्शन का निरीक्षण कर कोविड आइसोलेशन कोच में की गई व्यवस्था का जायजा लिया और स्टेशन अधीक्षक ददन राम को कोच को प्लेटफार्म संख्या तीन से हटाकर दो पर रखे जाने का निर्देश दिया।
रेलवे की ओर से कोविड आइसोलेशन कोच को स्टेशन पर सुरक्षित खड़ा कर जिला प्रशासन को हैंडओवर कर दिया गया है। डीआरएम पंजीयार ने बताया कि कोच का मेडिकल वार्ड की तरह संचालन करने की जिम्मेदारी मऊ के सीएमओ की होगी। उन्हें ही इसका नोडल अधिकारी बनाया गया है। जिलाधिकारी ज्ञानप्रकाश त्रिपाठी ने बताया कि कोविड आइसोलेशन कोच का इस्तेमाल फेसेलेटी क्वारंटाइन सेंटर के तौर पर किया जाएगा। जल्द ही कोच को सभी अत्याधुनिक चिकित्सकीय सुविधाओं से लैश कर दिया जाएगा। कहा कि ट्रेन में कुल 12 बोगियां हैं, जिनमें से 10 बोगियों में मरीजों के लिए वार्ड बनाया गया है। प्रत्येक बोगी या वार्ड में 16 बेड लगाए गए हैं। दो बोगियों में जिला प्रशासन के चिकित्सक व नर्स रहेंगे। मुख्य चिकित्साधिकारी डा.सतीश कुमार सिंह कोविड आइसोलेशन कोच के नोडल अधिकारी होंगे।