तमसा नदी के निकट रेलवे ट्रैक की मिट्टी धंसी, टला हादसा
जागरण संवाददाता मऊ बंगाल की खाड़ी में उठे चक्रवात ने चहुंओर तबाही मचाई है। चक्रवात क
जागरण संवाददाता, मऊ : बंगाल की खाड़ी में उठे चक्रवात ने चहुंओर तबाही मचाई है। चक्रवात का असर ऐसा रहा कि पूरा जनपद पानी-पानी हो गया। गुरुवार की रात हुई मूसलधार बारिश से जहां आम जनजीवन बुरी तरह प्रभावित हो गया तो तो रेलवे संचालन भी प्रभावित हो गया। मूसलधार बारिश के चलते मऊ-इंदारा रेलवे ट्रैक के नीचे की मिट्टी कई फीट धंस गई। सूचना मिलते ही सबसे पहले ट्रेनों को जहां-तहां रोक दिया गया। इसमें जहां मऊ जंक्शन पर रत्नागिरी को रोका गया तो इंदारा स्टेशन पर गोदाम एक्सप्रेस को रोक दिया गया। साथ ही आजमगढ़ व बलिया के तरफ की ट्रेनों को भी निकट के स्टेशनों पर रोक दिया गया। यांत्रिकी विभाग संग आरपीएफ सहित रेलवे के अधिकारी मौके पर पहुंच गए। दोपहर तक धंसी मिट्टी को ठीक करने का काम जारी रहा। दूसरे वाले ट्रैक से ट्रेनों को एक-एक कर गंतव्य के लिए रवाना किया गया।
सुबह लगभग 08:30 बजे दादर एक्सप्रेस ट्रेन इंदारा से मऊ जंक्शन पर आ रही थी। जैसे ही ट्रेन तमसा नदी के पास ट्रैक से गुजरी कि पायलट की नजर दूसरे रेलवे ट्रैक पर पड़ी। देखा कि ट्रैक के बगल की मिट्टी व गिट्टियां धंसी हुई हैं। उसने तुरंत इसकी सूचना संबंधित अधिकारियों को दिया। सूचना मिलते ही सबसे पहले मऊ जंक्शन पर रत्नागिरी एक्सप्रेस को रोक दिया गया। वहीं इंदारा में गोदाम खड़ी हो गई। दादर ट्रेन के पायलट की सूझबूझ से बड़ा हादसा होते-होते टल गया। इसका पता चलते ही लोगों की भीड़ जुट गई। जिस प्रकार से रेलवे ट्रैक के नीचे की मिट्टी धंसी थी अगर वह पायलट के नजर पर नहीं पड़ती तो बड़े हादसे से इन्कार नहीं किया जा सकता था। दोपहर तक रेलवे ट्रैक को ठीक करने का काम जारी रहा। दूसरे ट्रैक से रोकी गई ट्रेनों को एक-एक कर रवाना किया गया। इसके बाद रेलवे के अधिकारियों ने रेलवे ट्रैकों की निगरानी बढ़ा दी।