निजीकरण के खिलाफ रेल कर्मियों ने किया प्रदर्शन
जागरण संवाददाता मऊ सरकार की मजदूर विरोधी नीतियों से रेलवे कर्मचारियों का आक्रोश बढ
जागरण संवाददाता, मऊ : सरकार की मजदूर विरोधी नीतियों से रेलवे कर्मचारियों का आक्रोश बढ़ता जा रहा है। बुधवार को रेलवे मजदूरों ने पूर्वोत्तर रेलवे मजदूर यूनियन के शाखा मंत्री राजेश कुमार सिंह के नेतृत्व में स्थानीय रेलवे जंक्शन पर प्रदर्शन किया। निजीकरण व नई पेंशन नीति के खिलाफ मजदूरों ने खूब नारेबाजी की। 30 वर्ष की सेवा के जबरन सेवानिवृत करने की नीति को भी मजदूरों ने आड़े हाथों लेते हुए सरकार को जमकर कोसा और इसे वापस लेने की मांग को लेकर हुंकार भरी।
नेतृत्व कर रहे मजदूर नेता श्री सिंह ने कहा कि सरकार की मजदूर विरोधी नीतियां किसी भी दशा में बर्दाश्त नहीं की जाएंगी। 50 से 55 वर्ष की आयु या 30 वर्ष की सेवा के बाद कर्मचारियों को सेवानिवृत्त करने की नीति स्वीकार योग्य नहीं है। ऐसी नीतियों के विरुद्ध देश भर के मजदूर लामबंद हैं। कहा कि नए साल के पहले ही दिन अर्थात एक जनवरी से पुरानी पेंशन की बहाली के लिए आंदोलन शुरू किया जाएगा। सरकार की नीतियों के खिलाफ तीव्र आंदोलन के लिए रेलवे के सभी यूनियनों एवं संगठनों की एक समिति बनाई गई है, जिसके संयोजक शिवगोपाल मिश्रा हैं। इस आंदोलन के तहत सभी स्टेशनों पर रेल बचाओ देश बचाओ समितियां बनेंगी। प्रदर्शन में श्रवण सिंह, सुनील कुमार, रामलगन राय, देवेंद्र यादव, सुरेश राम, अजय यादव, सौरभ यादव, राजेश कुमार, रंजीत सिंह ठाकुर आदि उपस्थित थे।