प्राइमरी स्कूल खुला भी नहीं और प्रवेश बंद
जागरण संवाददाता मऊ एक तरफ जहां जिले के अधिकांश प्राइमरी स्कूलों में बच्चों को प्रवेश दि
जागरण संवाददाता, मऊ : एक तरफ जहां जिले के अधिकांश प्राइमरी स्कूलों में बच्चों को प्रवेश दिलाने के लिए प्रधानाध्यापकों को एड़ी-चोटी एक करनी पड़ती है, वहीं जिले का एक ऐसा भी प्राथमिक विद्यालय है जहां के प्रधानाध्यापक को एडमिशन क्लोज्ड यानि प्रवेश बंद का बोर्ड लगाना पड़ा है। वजह उस प्राइमरी स्कूल की दीवारें, गेट, फर्नीचर आदि नहीं हैं, बल्कि वहां के शिक्षकों का शिक्षण कार्य के प्रति समर्पण है। फतहपुर मंडाव शिक्षा क्षेत्र के इंग्लिश मीडियम प्राइमरी स्कूल गांगेवीर में छात्रों की संख्या उपलब्ध शिक्षकों के अनुपात में अत्यधिक होने के चलते उसके प्रधानाध्यापक अशोक कुमार सिंह को प्रवेश बंद का बोर्ड लगाने का निर्णय लेना पड़ा है।
गांगेवीर प्राथमिक विद्यालय मधुबन के प्रधानाध्यापक अशोक कुमार सिंह ने बताया कि विद्यालय में इस सत्र में 454 छात्र पंजीकृत हो चुके हैं। शिक्षकों के अनुपात में छात्रों की यह संख्या अत्यधिक है, इसलिए प्रवेश बंद का बोर्ड लगाना पड़ा है। विद्यालय का प्रत्येक शिक्षक छात्रों को बेहतर-बेहतर तरीके से पढ़ाने और सीखाने का प्रयास करता है। यही वजह है कि न सिर्फ विद्यालय के आस-पास के बल्कि दूर-दराज के छात्रों के अभिभावक भी यहीं पर अपने पाल्यों को पढ़ाने के लिए भेजना चाहते हैं। श्री सिंह ने कहा कि उनका पूरा प्रयास रहता है कि विद्यालय में किसी कान्वेंट स्कूल से कम गुणवत्ता की पढ़ाई न हो। इसके लिए उन्होंने निश्शुल्क शिक्षा देने के इच्छुक एवं योग्यताधारी दो स्वयंसेवी शिक्षकों की भी सहायता लिया है। बेसिक शिक्षा अधिकारी ओपी त्रिपाठी ने कहा कि गांगेवीर प्राइमरी के शिक्षक बेहतरीन कार्य कर रहे हैं। ऐसे शिक्षकों से जिले के अन्य शिक्षकों को भी प्रेरणा लेनी चाहिए।