मस्जिदों से हुई अजान, घरों में पढ़ें नमाज
लाक डाउन के दूसरे दिन लोग अपने घरों में कैद रहे। दुकानें पूरी तरह बंद थीं। मस्जिदों से ऐलान कर लोगों को कोरोना से बचने के उपाय बताए गए।
जागरण संवाददाता, चिरैयाकोट (मऊ) : लॉकडाउन के दूसरे दिन लोग अपने घरों में कैद रहे। दुकानें पूरी तरह बंद थीं। मस्जिदों से एलान कर लोगों को कोरोना से बचने के उपाय बताए गए। वहीं लोगों को नमाज अपने घरों पर पढ़ने को कहा गया। साफ बताया गया कि लॉकडाउन के दौरान किसी को भी मस्जिद में आने की जरूरत नहीं है। लोग अपने घरों में ही रहकर नमाज पढ़ें। जुमा की नमाज में सैकड़ों की भीड़ मस्जिद में जमा हो जाती है। मस्जिद में केवल मोअज्जिन अजसन देगा और इमाम नमाज पढ़ाएगा। कोराना को लेकर उलमाओं ने यह फैसला लिया है। उलमा लोगों की दुआ के साथ दवा व उसके बचने का तरीका भी बता रहे हैं। वहीं कई मस्जिदों में ताला भी लगा दिया गया है। लोग अपने घरों में ही नमाज पढ़ रहे हैं। उलमाओं ने मस्जिद में साफ-सफाई रखने को भी कहा है। वहीं लोगों से घर में रहकर एक दूसरे से दूरी बनाकर और मास्क लगाने, दिन में कई बार हाथ धोने, नाक, आंख, मुंह और कपड़ों तथा अन्य किसी अंग या वस्तु को हाथ लगाने के पहले हाथ को सैनिटाइजर या साबुन से धोने की बात बताई जा रही है।
एसडीएम ने की अपील, घर में पढ़ें नमाज
मधुबन (मऊ) : गुरुवार को मधुबन एसडीएम लाल बाबू दुबे ने तहसील क्षेत्र के दरगाह, दुबारी, सिपाह, बीबीपुर, मर्यादपुर आदि गांवों का दौरा किया। मस्जिदों के मौलाना, प्रबंधक एवं गांव के संभ्रांतजनों से मिल जुमे की नमाज को सामूहिक रूप से मस्जिदों में अदा न करने की अपील की। कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा सोशल डिस्टेंस की अपील तभी सफल होगी जब आप एक-दूसरे से दूरी बनाए रखेंगे। इसके लिए ही सरकार द्वारा 21 दिन का लॉकडाउन का निर्णय लिया गया है। आप लोग खुद घरों में रहें और लोगों को भी जागरूक करें की घरों में ही रहें और मस्जिदों में जा कर नमाज पढ़ने के बजाये घरों में ही नमाज पढ़ें 7 लोगों ने भरोसा दिलाया कि आदेश का पूर्ण रूप से पालन किया जायेगा।