सूर्य मंदिर को चमकाने में लगे मेला समिति के लोग
पूर्वांचल में भगवान सूर्य के बालरूप को अपने अंक में समाहित किए हुए भगवान राम के पूर्वजों द्वारा स्थापित बालार्क सूर्य मंदिर त्रेता काल से आज भी लोगों की अटूट आस्था का केंद्र बना हुआ है।
जागरण संवाददाता, मऊ : पूर्वाचल में भगवान सूर्य के बालरूप को अपने अंक में समाहित किए हुए भगवान राम के पूर्वजों द्वारा स्थापित बालार्क सूर्य मंदिर त्रेता काल से आज भी लोगों की अटूट आस्था का केंद्र बना हुआ है। सूर्योपासना के महापर्व डाला षष्ठी से लगने वाले पूर्वाचल प्रसिद्ध एक पखवारे के मेला की तैयारी में लगे मेला समिति के लोग अति प्राचीन मंदिर को नया कलेवर देने में जुटे हुए हैं। साफ-सफाई कर मंदिर का सुंदरीकरण कार्य पूरा कर लिया गया है। समिति के अध्यक्ष अजय जायसवाल बताते हैं मंदिर के सामने स्थित प्राचीन चमत्कारी सूर्यकुंड तालाब की भी साफ-सफाई कर उसका जीर्णोद्धार कार्य पूर्ण कर लिया गया है। छठ महापर्व से शुरू होने वाले मेले में अपनी दुकानें स्थापित करने के लिए व्यापारियों ने पहुंचकर डेरा डाल दिया है।
बुधवार को जनपद मुख्यालय पहुंचे मेला समिति के संरक्षक विजयशंकर पांडेय, अध्यक्ष श्री जायसवाल, डा.राममूरत यादव, संतोष सिंह, अभिषेक यादव, बृजेश गुप्ता, कैलाश राजभर, रामलच्छन राजभर, रामप्रवेश यादव आदि ने जिलाधिकारी ज्ञानप्रकाश त्रिपाठी व पुलिस अधीक्षक अनुराग आर्य से भेंट कर मंदिर के ऐतिहासिक पौराणिक महत्व की जानकारी देते हुए इस पौराणिक मेले में आने का निमंत्रण दिया। अधिकारियों ने भी अपनी सहमति दी तथा मेले की व्यवस्था में भरपूर सहयोग का आश्वासन दिया।