आठ व साठ वर्ष के लोग भी कोरोना को दे रहे मात
जागरण संवाददाता मऊ वुहान वायरस के शुरूआत में विश्व स्वास्थ्य संगठन ने संक्रमण से सबसे ज्यादा
जागरण संवाददाता, मऊ : वुहान वायरस के शुरूआत में विश्व स्वास्थ्य संगठन ने संक्रमण से सबसे ज्यादा खतरा 08 से कम उम्र के बच्चों और 60 वर्ष से अधिक के बुजुर्गो को बताया था। सरकार भी कोविड से बचाव के लिए ऐसे लोगों को घर से बाहर निकलने पर विशेष रोक लगाई थी। अब ऐसे लोग भी स्वास्थ्य विभाग की निगरानी में सकारात्मक सोच, संयमित दिनचर्या और सरकार द्वारा जारी दिशा निर्देशों का पालन कर कोरोना को आसानी से मात दे रहे है।
बात जनपद की जाए तो अभी तक यहां पर संक्रमण की शुरूआत से लेकर अब तक 60 और उससे अधिक उम्र के करीब 162 लोग संक्रमित हुए है। इसमें 139 लोग कोरोना को मात देकर घर जा चुके है और मात्र 23 सक्रिय केस है। बात किशोरो की जाए तो अभी तक 10 और उससे कम उम्र के करीब कुल 22 संक्रमित मिले है, जिसमें 19 कोरोना से कोरोना को हरा चुके है और मात्र 03 सक्रिय केस है। मुख्य चिकित्साधिकारी डा. सतीशचंद्र सिंह ने बताया कि ऐसे लोगों का रिपोर्ट पाजिटिव मिलने के बाद अक्सर परिजनों के मन में संदेह पैदा होता है, लेकिन इस उम्र के भी लोग सकारात्मक सोच, नियमित दिनचर्या और सरकार द्वारा जारी दिशा निदेर्शो का पालन कर कोरोना को मात दे रहे है। बताया कि ऐसे लोगों की रिपोर्ट मिलने के बाद जब एल-1 या एल-2 अस्पताल में भर्ती कराया जाता है जो इन लोगों की विशेष निगरानी की जाती है। खासतौर पर अस्पताल में कार्यरत लोग अधिक उम्र के लोगों को सदैव सकारात्मक बनाने के साथ संवाद स्थापित करने के साथ प्रतिदिन योग करने के लिए प्रेरित किया जारहा है। छोटे बच्चों के लिए विभाग को परिजनों का सहारा लेना पड़ता है। इन लोगों के अस्पताल से डिस्चार्ज होने के बाद भी आशा और एएनएम के माध्यम से भी निगरानी कराई जाती है। इसके साथ ही जो प्रतिदिन जांच हो रही है उसमें भी रैपिड रिस्पांस टीम इस उम्र के लोगों की जांच को प्राथमिकता देती है।