प्याज ने दिल तोड़ा, अब मूली से प्रेम
प्याज की बेतहाशा बढ़ती कीमत ने अपना रंग दिखाना शुरू कर दिया है। घर के किचन में भले ही पाव आधा किलोग्राम प्याज पहुंच जा रही हो लेकिन अंडे के ठेले से प्याज पूरी तरह गायब हो गई है।
जागरण संवाददाता, मधुबन (मऊ) : प्याज की बेतहाशा बढ़ती कीमत ने अपना रंग दिखाना शुरू कर दिया है। घर के किचन में भले ही पाव आधा किलोग्राम प्याज पहुंच जा रही हो, लेकिन अंडे के ठेले से प्याज पूरी तरह गायब हो गई है। दुकानदार प्याज की जगह मूली डालकर आमलेट बना व बेच रहे हैं। चिकन मटन कारोबारी भी प्याज की बढ़ती कीमत से आहत हैं। उनकी बिक्री आधी हो गई है। इससे उनको आर्थिक नुकसान का सामना करना पड़ रहा है।
स्थानीय तहसील क्षेत्र में जिन चिकन मटन की दुकानों पर भीड़ जमा रहती थी। अब वहां भीड़ काफी कम दिखाई पड़ रही है। जो पहुंच भी रहा है, वह पहले की अपेक्षा काफी कम चिकन मटन की खरीदारी कर रहा है। इस समय चिकन की कीमत प्याज के लगभग बराबर है। ऐसे में नानवेज के शौकीनों को अपना शौक पूरा करने के लिए दुगुना धन खर्च करना पड़ रहा है। चिकन मटन विक्रेताओं ने बताया कि प्याज की बढ़ती कीमत से बिक्री पर लगभग 40 फीसद असर पड़ा है। अंडा विक्रेताओं ने बताया कि प्याज की कीमत के सापेक्ष आमलेट का कीमत नहीं बढ़ी है। लिहाजा प्याज की जगह मूली से काम चलाया जा रहा है। इतना ही नहीं होटल व रेस्टोरेंट में भी सलाद में मूली ही दिखाई पड़ रही है।