सीएम की महत्वपूर्ण योजना को पलीता लगा रहे अधिकारी
सड़क छाप मजनुओं पर नकेल कसने के लिए मुख्यमंत्री के आदेश पर गठित एंटी रोमियो दस्ते ने जिले में दम तोड़ दिया है। पुलिस कर्मी देर शाम भले ही घूम रहे हैं
धीरज कुमार ओझा
जागरण संवाददाता, मऊ : सड़क छाप मजनुओं पर नकेल कसने के लिए मुख्यमंत्री के आदेश पर गठित एंटी रोमियो दस्ते ने जिले में लगभग दम तोड़ दिया है। पुलिस कर्मी देर शाम भले ही घूम रहे हैं, कितु शोहदों पर कोई कार्रवाई नहीं होने से सीएम की योजना पर सवाल उठ रहे हैं। अगर सीएम के आदेश को ही पुलिस पलीता लगा रही है तो आम जनता की सुरक्षा भगवान भरोसे ही होगी। जिम्मेदार अधिकारी भी सब कुछ जानकर अपने मातहतों पर कोई नकेल नहीं लगा पा रहे हैं। पुलिस छेड़खानी के मामले में कुछ कहने से भी बच रही है।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शपथ ग्रहण के बाद ही एंटी रोमियो दस्ता गठित किया था। प्रदेश में युवतियों, महिलाओं की सुरक्षा का भरोसा दिलाया था। उन्होंने कहा था कि महिलाएं बेखौफ होकर रात में भी सड़क पर निकल सकेंगी। सरकार के इस निर्णय की लोगों ने खूब सराहना भी की लेकिन कुछ दिन चलने के बाद ही इस योजना ने जिले में दम तोड़ दिया। धीरे-धीरे बालिकाओं ने भी पुलिस से शिकायत करना बंद कर दिया है। खुद ही रास्ता बदलकर घर व स्कूल आने-जाने लगी हैं। कुछ बालिकाओं के परिजन ही अपने काम से समय निकाल कर अपनी बेटियों को स्कूल से घर लेकर जाते हैं। मनचलों की आदत में सुधार होना तो दूर उनकी रफ्तार और भी बढ़ती जा रही है। प्रश्न यह उठता है कि प्रदेश सरकार या जिला पुलिस ने केवल वाहवाही लूटने के लिए एंटी रोमियो स्क्वायड का गठन तो नहीं किया था। पुलिस की कार्यप्रणाली में कोई विशेष अंतर नहीं आया है।
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रोमियो स्क्वाड टीम को हर दिन क्षेत्र में कार्रवाई करने के लिए निर्देश दिया जाता है। जिले में महिला सुरक्षा को लेकर हम गंभीर हैं। अगर टीम क्षेत्र में काम नहीं कर रही है तो जांच कर कार्रवाई की जाएगी।
-अनुराग आर्य, पुलिस अधीक्षक मऊ।