फोरलेन निर्माण से हटी बाधा, आधा दर्जन भवन ध्वस्त
जागरण संवाददाता घोसी (मऊ) फोरलेन निर्माण से बाधा हटाने के लिए आधा दर्जन भवन ध्वस्त कर
जागरण संवाददाता, घोसी (मऊ) :
फोरलेन निर्माण से बाधा हटाने के लिए आधा दर्जन भवन ध्वस्त कर दिए गए। भारतीय राष्ट्रीय सड़क प्राधिकरण (एनएचएआई) के अधिकारियों ने क्षेत्र के पिढवल मोड़ के छह भवन स्वामियों को न्यायालय के आदेशानुसार क्षतिपूर्ति राशि का पूरा भुगतान नहीं किया। आंशिक भुगतान के बावजूद बुधवार को भवनों के अग्र भाग को जेसीबी से ध्वस्त कर दिया। भारतीय राष्ट्रीय सड़क प्राधिकरण की सीमा में आने वाले भवनों का शेष भाग भवन स्वामी स्वयं ध्वस्त करेंगे। इन भवनों के ध्वस्त होने के साथ ही क्षेत्र में फोरलेन निर्माण की राह की अंतिम बाधा दूर हो गई है।
दरअसल, सितंबर - 2020 के पूर्व अविवादित स्थल को स्वामित्व में लेने में बाद एनएचएआई ने फोरलेन का निर्माण कर लिया। लाखीपुर, तिलई, नेवादा एवं पिढवल मोड़ क्षेत्र के किसानों एवं भवन स्वामियों ने क्षतिपूर्ति राशि कम दिए एवं गजट किए गए क्षेत्रफल से अधिक भाग पर स्वामित्व जताने के मामले को लेकर वाद दायर कर दिया। अक्टूबर 2020 एवं जून 2021 के बीच किसानों के वादों का निस्तारण हो गया पर अभी भी क्षतिपूर्ति राशि का भुगतान नहीं हुआ है।
पिढवल मोड़ के भवन स्वामियों के मामले में कुछ को जमीन के सापेक्ष भुगतान हुआ है तो कुछ अन्य को भवन की कीमत का भुगतान नहीं हुआ है। कुछ मामलों में भवन का मुआवजा मिला है किंतु जमीन की क्षतिपूर्ति राशि का भुगतान लंबित है। बहरहाल, पिढ़वल मोड़ पर बुधवार की दोपहर अतिरिक्त मजिस्ट्रेट आशुतोष राय, उपजिलाधिकारी सुरेश कुमार, कोतवाल नागेश उपाध्याय एवं उपनिरीक्षक प्रमोद कुमार सिंह पीएसी एवं भारी पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचे। प्रशासन एवं पुलिस बल के पहुंचते ही एनएचएआई के अधिकारियों ने दो जेसीबी का प्रयोग कर सभी छह भवनों का अग्र भाग ध्वस्त कर दिया।
भवन स्वामियों एवं ग्रामीणों के विरोध करने पर प्रशासन एवं एनएचएआई के अधिकारियों ने शीघ्र भुगतान किए जाने का आश्वासन दिया। आधा भाग ध्वस्त करने के बाद प्रशासनिक अधिकारियों ने भवन स्वामियों को अवशेष भाग स्वयं हटा लेने का निर्देश दिया है। बुधवार की देर शाम तक पिढवल मोड़ क्षेत्र में सड़क समतल कर निर्माण कार्य जारी रहा।