अब मनचलों की खैर नहीं, छात्राएं होंगी निर्भय
महिलाओं युवतियों के प्रति छेड़खानी व यौन हिसा की बढ़ती प्रवृत्ति को देखते हुए पुलिस अधीक्षक अनुराग आर्य ने कमर कस ली है। सुस्त पड़ी एंटी-रोमियों स्क्वायड को पुन सक्रिय किया है। उन्होंने सड़क पर उतरकर खुद उन्हें प्रशिक्षित किया है। एंटी रोमियों स्क्वायड को सशक्त बनाने को लेकर पुलिस अधीक्षक ने नगर क्षेत्र के कोचिग संस्थानों के सामने समस्त थानों पर गठित एंटी रोमियों पुलिस टीमों के ब्रीफिग का आयोजन किया गया।
जागरण संवाददाता, मऊ : महिलाओं, युवतियों के प्रति छेड़खानी व यौन हिसा की बढ़ती प्रवृत्ति को देखते हुए पुलिस अधीक्षक अनुराग आर्य ने कमर कस ली है। सुस्त पड़ी एंटी-रोमियों स्क्वायड को पुन: सक्रिय किया है। उन्होंने सड़क पर उतरकर खुद उन्हें प्रशिक्षित किया है। एंटी रोमियो स्क्वायड को सशक्त बनाने को लेकर पुलिस अधीक्षक ने नगर क्षेत्र के कोचिग संस्थानों के सामने समस्त थानों पर गठित एंटी रोमियो पुलिस टीमों के ब्रीफिग का आयोजन किया गया। इसमें पुलिस अधीक्षक द्वारा बताया गया कि एंटी रोमियो स्क्वायड का उद्देश्य सार्वजनिक स्थलों को असामाजिक तत्वों, शोहदों से मुक्त कराना तथा महिलाओं एवं बालिकाओं को सुरक्षित वातावरण उपलब्ध कराना हैं। ताकि महिलाओं एवं बालिकाओं में सुरक्षा एवं विश्वास की भावना बनी रहे। इस स्क्वायड का उद्देश्य किसी व्यक्ति को सार्वजनिक तौर पर अपमानित करना नहीं है। अभियान के नाम पर पुलिस टीमों द्वारा आम लोगों के साथ कोई गैर विधिक कार्यवाही नहीं की जाएगी। प्वाइंटर--
पुलिस अधीक्षक ने यह दिए निर्देश--
-सार्वजनिक स्थानों पर (स्कूल, कालेज, बाजार, शांपिग माल, पार्क, बस स्टैंड, रेलवे स्टेशन) आदि पर आपत्तिजनक हरकत करने वाले व्यक्तियों के संबंध में सादे वस्त्रों में महिला पुलिस कर्मियों द्वारा निगरानी कराने के उपरांत ही कार्रवाई की जाए।
-समस्त थानाध्यक्ष/क्षेत्राधिकारी अपने-अपने क्षेत्र में स्थित बालिका विद्यालयों/कालेजों के प्रधानाचार्य व अध्यापकों के संपर्क में रहेंगे। इसके लिए समय-समय पर उनके साथ गोष्ठी कर समन्वय स्थापित करते हुए उनसे शोहदों/मनचलों के बारे में जानकारी एकत्रित करते हुए उनके विरुद्ध कार्रवाई की जाए।
-स्कूल/कालेज के खुलने एवं बंद होते समय विशेष रूप से तथाकथित मनचलों यथा लड़कियों का पीछा करने वाले, लड़कियों पर आपत्तिजनक टिप्पणी करने वाले, सीटी बजाने वाले, अवांछनीय हरकत करने वाले एवं आपत्तिजनक गतिविधियों में लिप्त व्यक्तियों के माता-पिता को बुलाकर कड़ी हिदायत देते हुए सुधारात्मक कार्रवाई की जाए।
-बाजार, माल्स, पार्क, बस-स्टैंड, रेलवे स्टेशन आदि स्थानों पर आपत्तिजनक हरकत करने वाले लड़कों को चिह्नित कर उनके माता-पिता बुलाकर हिदायत देकर छोड़ा जाए।
-सुधारात्मक उपाय विफल होने पर अथवा अपराध की गंभीरता के ²ष्टिगत धारा भादवि तथा गुंडा एक्ट आदि सुसंगत प्राविधानों के अंतर्गत ठोस विधिक कार्रवाई की जाए।
-एंटी रोमियो स्क्वायड समस्त क्षेत्राधिकारी अपने पर्यवेक्षण में ही करवाएंगे एवं अपर पुलिस अधीक्षक समय-समय पर उपरोक्त कार्रवाई का अनुश्रवण करते रहेंगे।
-प्रत्येक स्क्वायड के पास बाडी कैमरा/वीडियो कैमरा होना चाहिए।
-ऐसे स्थानों का भी चिह्नीकरण कर लिया जाए जहां पर महिलाओं के साथ छेड़खानी इत्यादि घटनाएं घटित होती हैं। ऐसे स्थानों पर उचित पुलिस प्रबंध किया जाए।
-थाना स्तर पर ऐसे स्थलों का जहां असामाजिक तत्वों का स्थान/समय विशेष में आवागमन होता है, उनका एक रजिस्टर भी बना लिया जाए एवं समय-समय पर इसे अद्यतन किया जाए।
-प्रत्येक महिला महाविद्यालय/बालिका विद्यालय में एक शिकायत पेटिका लगावाई जाए तथा महिला विद्यार्थियों के बीच प्रचारित करवाया जाए कि यदि कोई व्यक्ति उन्हें अथवा अन्य महिलाओं को अमुक रास्ते अथवा जगह पर परेशान करता है, तो इस संबंध में वे अपनी शिकायत, शिकायत पेटिका में डाल सकती हैं।