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इलाज बिना जच्चा-बच्चा की मौत, लापरवाही का आरोप

जागरण संवाददाता मऊ जिला महिला अस्पताल में शनिवार की देर रात जच्चा और बच्चा ने दम तोड़ ि

By JagranEdited By: Published: Sun, 05 Sep 2021 03:11 PM (IST)Updated: Sun, 05 Sep 2021 03:11 PM (IST)
इलाज बिना जच्चा-बच्चा की मौत, लापरवाही का आरोप
इलाज बिना जच्चा-बच्चा की मौत, लापरवाही का आरोप

जागरण संवाददाता, मऊ : जिला महिला अस्पताल में शनिवार की देर रात जच्चा और बच्चा ने दम तोड़ दिया। पहले बच्चा और बाद में महिला के मौत के बाद परिजनों ने चिकित्सकों पर घोर लापरवाही का आरोप लगाया। परिजनों के मुताबिक मरीज का इलाज करने के लिए अस्पताल में कोई चिकित्सक ही नहीं था। बच्चे की मौत के बाद जब महिला की हालत बिगड़ने लगी तो चिकित्सक उसे आनन फानन में आजमगढ़ रेफर करने लगे। उधर मरीज को ले जाने के लिए कोई एंबुलेंस भी तैयार नहीं हुआ जिससे उसी दौरान महिला की मौत हो गई। चिकित्सकों और एंबुलेंसकर्मियों की संवेदनहीनता से मजबूर परिजनों को मजबूरी में देर रात ही महिला के शव को ठेला से ले जाना पड़ा। मामला जब सीएमओ डा. एसएन दूबे तक पहुंचा तो उन्होंने इसकी जांच कराने की बात करते हुए दोषी पाए जाने पर कठोर कार्रवाई की बात कही।

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अस्पताल में विगत तीन सितंबर को नगर निवासी 35 वर्षीय सलमा को डिलिवरी के लिए भर्ती कराया गया। जांच के दौरान गर्भ में ही बच्चे की मौत की पुष्टि हो गई थी। किसी तरह महिला के पेट से बच्चे को निकाला गया। उसी दौरान शनिवार की शाम को महिला कर हालत खराब होने लगी। उस समय अस्पताल में कोई महिला चिकित्सक नहीं थी। महिला की हालत बिगड़ता देख उसे आनन फानन में आजमगढ़ के लिए रेफर कर दिया गया। लेकिन महिला को ले जाने के लिए कोई एंबुलेंसकर्मी तैयार नहीं हुआ। तभी महिला की मौत हो गई। महिला की मौत के बाद भी अस्पताल के चिकित्सकों समेत वहां मौजूद एंबुलेंसकर्मियों की संवेदनहीनता जारी रही और और महिला का शव तक का एंबुलेंस से नहीं भेजा गया।

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वर्जन

महिला को जब अस्पताल में भर्ती कराया गया था, उसी समय गर्भ में बच्चे की मौत की बात परिजनों को बता दी गई थी। हालत गंभीर होने पर उसे आजमगढ़ के लिए रेफर किया गया था।

- डा. चंद्रा सिंहा, मुख्य चिकित्साधिकारी महिला अस्पताल ----

जच्चा-बच्चा की मौत के मामले में चिकित्सक और एंबुलेंसकर्मियों की संवेदनहीनता की जांच दो एसीएमओ से कराई जाएगी। जो भी दोषी होगा उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।

- डा. एसएन दूबे, मुख्य चिकित्साधिकारी।

इनसेट शनिवार को जिला अस्पताल में भी मुहम्मदाबाद थाने के मोहुद्दीनपुर गांव की 24 वर्षीय पूर्णिमा को उसके पति ने चूड़ी पीसकर पिला दिया था। किसी तरह वह बचकर जिला अस्पताल में आई, लेकिन अस्पताल में महिला को सही से इलाज नहीं किया गया और वह देर रात अस्पताल में कहीं चली गई। अस्पताल के ही कुछ लोगों ने नाम नहीं छापने की शर्त पर बताया कि जिस समय वह महिला अपने बच्चे के साथ आई थी, उस समय भी वहां कोई चिकित्सक नहीं था। महिला अस्पताल से कब और कहां गई किसी को जानकारी नहीं है। -----------------------------


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