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लापता किशोरी का शव बरामद, मृतकों की संख्या पहुंची छह

जागरण संवाददाता मधुबन (मऊ) तहसील क्षेत्र के सरयू नदी की तलहटी में बसे चक्की मूसाडोही मे

By JagranEdited By: Published: Thu, 06 Aug 2020 06:21 PM (IST)Updated: Thu, 06 Aug 2020 06:21 PM (IST)
लापता किशोरी का शव बरामद, मृतकों की संख्या पहुंची छह
लापता किशोरी का शव बरामद, मृतकों की संख्या पहुंची छह

जागरण संवाददाता, मधुबन (मऊ) : तहसील क्षेत्र के सरयू नदी की तलहटी में बसे चक्की मूसाडोही में बुधवार की शाम हुए नाव हादसे में मृतकों की कुल संख्या छह हो चुकी थी। बीती शाम ही जहां पांच की मौत हो गई थी, वहीं लापता 13 वर्षीया किशोरी खुशी का शव गांव से दूर देवरहा बाबा की कुटी के पास घटना के 18 घंटे बाद बरामद हो गया। देवरिया पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है।

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क्षेत्र के चक्की मूसाडोही में सरयू नदी की बाढ़ से प्रभावित परिवार के पंद्रह लोग बुधवार की शाम को पांच बजे देवरिया जनपद के तेलियाकलां राहत शिविर जा रहे थे। बाढ़ के बीच तेज बहाव के चलते नाव असंतुलित होकर पलट गई। इससे नाव पर सवार डूबने लगे और ची़ख-पुकार मच गई। ग्रामीणों ने अन्य नाव के सहारे कुछ को बचा लिए तो कुछ नाव पर लदे खाली सिलिडर के सहारे तैरकर बाहर निकल गए। इसमें एक ही परिवार के अरविद कुमार के तीन बच्चे करन, अर्जुन, किशन और अरविद की माता सविता के साथ ही सीताराम की पत्नी सविता की मौत हो गई तथा 13 वर्षीया खुशी पुत्री राजेश की काफी तलाश के बाद भी बुधवार की देर रात तक पता नहीं चला। इधर पूरी रात व गुरुवार की सुबह तक ग्रामीण खोजबीन में लगे हुए थे। दुर्घटना के 18 घंटे बाद सुबह लापता किशोरी का शव देवरिया जनपद के मईल थाना क्षेत्र के देवरहा बाबा की कुटी के पास बरामद हुआ। सभी शवों को पोस्टमार्टम के लिए देवरिया जनपद मुख्यालय भेज दिया गया है। एक ही साथ गांव में आधा दर्जन मौत होने से पूरे गांव में सियापा पसरा हुआ है। रह-रह कर पीड़ित परिवारों के करुण-क्रंदन सन्नाटे को चीर रहा है। नाव हादसे के लिए प्रशासन जिम्मेदार

चक्की मूसाडोही के ग्रामीणों ने सीधे तौर पर नाव हादसे के लिए प्रशासन को जिम्मेदार ठहराते हुए कहा कि पिछले एक पखवारे से बाढ़ की विभीषिका का सामना कर रहे ग्रामीण नाव की संख्या बढ़ाने के साथ ही बड़ी नाव लगाने की गुहार लगा रहे थे, लेकिन प्रशासन के कानों पर जूं तक नहीं रेंग रहा था। इतना ही नहीं देवरिया जनपद के तेलियाकलां में स्थानीय प्रशासन द्वारा स्थापित बाढ़ चौकी पर भी कोई मौजूद नहीं था। बाढ़ चौकी पर कोई जिम्मेदार अगर रहा होता तो शायद छोटी नाव पर उसकी क्षमता से अधिक लोग सवार नहीं हुए होते और इतने लोगों को जान गंवानी नहीं पड़ती।

घरों में कैद हुए ग्रामीण

क्षेत्र का चक्की मूसाडोही इस समय बाढ़ से चारों तरफ से घिर गया है तथा कई लोगों के घरों में पानी प्रवेश कर गया है। उनके बाढ़ राहत शिविर तक पहुंचने के लिए सिर्फ नाव ही सहारा है लेकिन बुधवार को हुए नाव हादसे और गुरुवार को चल रही तेज हवा के चलते कोई नाव पर बैठने या उसको चलाने तक की जहमत नहीं उठा रहा। इसके चलते चक्की मूसाडोही के ग्रामीण घरों में कैद होकर चौकी या मकान की छत पर रहने को विवश हैं।

पिता के बाद मां का भी छूटा साथ

नाव हादसे की शिकार हुई सविता के पति सीताराम की मौत लगभग दस दिन पहले हो गई थी। उनकी एक लड़की और एक लड़का पिता की मौत से गमजदा थे ही कि मां का भी साथ छूट गया। लड़की का नवंबर माह में विवाह होना है लेकिन प्रकृति के प्रकोप ने दोनों बच्चों को अनाथ कर दिया।

देवरिया पहुंचे सांसद प्रतिनिधि

नाव हादसे की जानकारी पाकर बसपा के रमेश तिवारी, सोनू राय, राजविजय, जिलाध्यक्ष के साथ क्षेत्रीय बसपा सांसद प्रतिनिधि गोपाल राय ने देवरिया पोस्टमार्टम हाऊस पहुंचकर पीड़ित परिवारों को सांत्वना देने के साथ ही हर संभव मदद का भरोसा दिया।


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