गेहूं के नकली बीजों से पटा बाजार
तहसील क्षेत्र में रबी के सीजन में मिलावटखोरों द्वारा ब्रांडेड कंपनी की आड़ में नकली गेहूं और मटर के बीज की धड़ल्ले से बिक्री की जा रही है। इसके चलते किसानों को ठगने का कार्य जोरों पर किया जा रहा हैं। वहीं संबंधित विभाग भी इसके प्रति संवेदनहीन बना हुआ है। क्षेत्र की अधिकांश आबादी कृषि पर पूरी तरह निर्भर है।
जागरण संवाददाता, मधुबन (मऊ) : तहसील क्षेत्र में रबी के सीजन में मिलावटखोरों द्वारा ब्रांडेड कंपनी की आड़ में नकली गेहूं और मटर के बीज की धड़ल्ले से बिक्री की जा रही है। इसके चलते किसानों को ठगने का कार्य जोरों पर किया जा रहा हैं। वहीं संबंधित विभाग भी इसके प्रति संवेदनहीन बना हुआ है।
क्षेत्र की अधिकांश आबादी कृषि पर पूरी तरह निर्भर है। खरीफ के सीजन में बारिश के चलते अभी खेत में पानी लगा होने के कारण किसान धान के फसल की कटाई नहीं कर पा रहे हैं। इससे धान के पैदावार के प्रभावित होती दिखाई पड़ रही है। वहीं रबी के सीजन में गेहूं और मटर के बोआई पिछड़ने की पूरी संभावना है। इसके बाद भी किसान रबी के सीजन में गेहूं की अच्छी उपज पाने की लालसा लेकर नामी-गिरामी कंपनी के बीज को महंगे दामों पर खरीदकर बोआई करने के लिए ब्रांडेड कंपनी के बीजों की तरफ आकर्षित हो रहे हैं। इसको देखकर मिलावटखोर पूरे क्षेत्र में सक्रिय हो गए हैं। वे सामान्य गेहूं को साफ और रंगाई करके ब्रांडेड कंपनी के पैकेटों में उसको भर दे रहे हैं और खुलेआम इसकी बिक्री कर रहे हैं।
नकली बीज के काले कारोबार का आलम यह है कि स्थानीय बाजार सहित कटघरा शंकर, मर्यादपुर इसका गढ़ हो गया है। सूत्रों की माने तो क्षेत्र में कई स्थानों पर बड़े पैमाने पर नकली बीजों की पैकिग करके जनपद के अन्य बाजारों में आपूर्ति की जा रही है। सबसे बड़ी बात यह है कि खुलेआम किसानों के साथ ठगी होता देखकर भी विभागीय अधिकारी और प्रशासन चुप्पी साधे है।