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रोडवेज बसों के टूटे शीशे से कष्टदायी बनी लंबी दूरी की यात्रा

जागरण संवाददाता मऊ रोडवेज विभाग केवल अधिक से अधिक कमाई करने में एड़ी-चोटी लगाए हुए

By JagranEdited By: Published: Fri, 03 Dec 2021 05:13 PM (IST)Updated: Fri, 03 Dec 2021 05:13 PM (IST)
रोडवेज बसों के टूटे शीशे से कष्टदायी बनी लंबी दूरी की यात्रा
रोडवेज बसों के टूटे शीशे से कष्टदायी बनी लंबी दूरी की यात्रा

जागरण संवाददाता, मऊ : रोडवेज विभाग केवल अधिक से अधिक कमाई करने में एड़ी-चोटी लगाए हुए है लेकिन बसों के रखरखाव की तरफ तनिक भी ध्यान नहीं है। यही वजह है कि तमाम रूटों की बसों के शीशे टूटे हुए हैं। ठंड में चल रही इन बसों से यात्रियों को ठिठुरते हुए यात्रा करनी पड़ रही है। इसकी वजह से रोडवेज बसों से यात्रा यात्रियों के लिए मुसीबत बनी हुई है। सबसे बुरा हाल रात में यात्रा करने वालों को हैं। वैवाहिक कार्यक्रमों की वजह से ज्यादातर लोग रात में यात्रा कर रहे हैं लेकिन टूटे शीशे मुसीबत बन गए हैं।

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मऊ रोडवेज पर कुल 49 बसें हैं। इनको चलाने के लिए मात्र 77 चालक व 79 परिचालक तैनात हैं। यहां चालक के 34 व परिचालक के 33 पद रिक्त चल रहे हैं। डिपो की आठ बसें पूरी तरह से खराब हो चुकी हैं। किसी का ब्रेक, किसी की स्टेयरिग तो किसी का एक्सीलेटर ही नहीं काम रहा है। वर्तमान समय में 29 रोडवेज बसें ही संचालित हो रही हैं। इसमें से तमाम बसों के शीशे टूटे हुए हैं। इस समय शादी विवाह का कार्यक्रम चल रहा है। ऐसे में तमाम लोग अपने रिश्तेदारों के यहां शामिल होने जा रहे हैं। ट्रेनों में भी मारामारी की स्थिति है। ऐसे में लोगों के लिए रोडवेज बस ही सहारा है। ऐसे में बसों के टूटे हुए हैं। इसकी वजह से ठंड में लोगों की रात में यात्रा करने में दुश्वारियों का सामना करना पड़ रहा है। मुहम्मदाबाद गोहना प्रतिनिधि के अनुसार लखनऊ, बलिया, आजमगढ़, कानपुर, मऊ आदि जगहों को यात्री रवाना हो रहे हैं। ठंड के मौसम में उत्तर प्रदेश परिवहन की बसों में टूटे हैं। शादी विवाह एवं मांगलिक कार्य को लेकर जहां आम जनमानस परेशान है वहीं मजबूरी में रात्रि परिवहन बस में यात्रा करनी पड़ रही है। यातायात निरीक्षक पतिराज यादव ने बताया कि चालक-परिचालक को सख्त निर्देश दिया गया है कि बस को सही हालत में ही लेकर सड़क पर चलें। चालक-परिचालक खराब बस की सूचना विभाग के उच्चाधिकारियों को दे दें। ताकि समय से बसों को दुरुस्त कराया जा सके।

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ठंड के मौसम में सभी वाहनों के शीशे लगवाए जा रहे हैं। रास्ते में अगर कहीं टूट जा रहे हैं तो वह नहीं बन पा रहा है। चालक-परिचालक को वाहन चेक करके लंबी दूरी की यात्रा करने के लिए निर्देशित किया गया है।

--रमेश सिंह, एआरएम मऊ।


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