Move to Jagran APP

प्रोन्नत से लाभान्वित होंगे कालेजों के 2.37 लाख छात्र

प्रदेश की योगी सरकार के बिना परीक्षा राज्यस्तरीय विश्वविद्यालयों में पढ़ रहे छात्रों को अगली कक्षा में प्रोन्नत करने का निर्णय लेने से जिले के 2.37 लाख यानि दो लाख सैंतीस हजार छात्र-छात्राओं में खुशी की लहर है। सरकार के इस फैसले से लाखों छात्रों का असमंजस और कोरोना संक्रमण के बीच परीक्षा का तनाव अब खत्म हो गया है।

By JagranEdited By: Published: Tue, 30 Jun 2020 05:38 PM (IST)Updated: Tue, 30 Jun 2020 05:38 PM (IST)
प्रोन्नत से लाभान्वित होंगे कालेजों के 2.37 लाख छात्र
प्रोन्नत से लाभान्वित होंगे कालेजों के 2.37 लाख छात्र

जागरण संवाददाता, मऊ : प्रदेश की योगी सरकार के बिना परीक्षा राज्यस्तरीय विश्वविद्यालयों में पढ़ रहे छात्रों को अगली कक्षा में प्रोन्नत करने का निर्णय लेने से जिले के 2.37 लाख छात्र-छात्राओं में खुशी की लहर है। सरकार के इस फैसले से लाखों छात्रों का असमंजस और कोरोना संक्रमण के बीच परीक्षा का तनाव अब खत्म हो गया है। जिले में वीर बहादुर सिंह पूर्वांचल विश्वविद्यालय से संबद्ध कुल 148 डिग्री कालेज हैं, जिनमें स्नातक व स्नातकोत्तर स्तर की पढ़ाई होती है। महाविद्यालयों के शिक्षक भी इस निर्णय से गदगद हैं।

loksabha election banner

मार्च माह में विश्वविद्यालयी परीक्षाएं अभी शुरू ही हुई थीं कि कोरोना वायरस के फैलते संक्रमण के चलते देश भर में लॉकडाउन की घोषणा कर दी गई। इसके चलते सभी स्कूल-कालेज बंद हो गए। स्नातक व स्नातकोत्तर की कई कक्षाओं की परीक्षा अधूरी रह गई। परीक्षाएं होंगी या नहीं, इसे लेकर हर ओर छात्रों में चिताएं व्याप्त थीं। परीक्षा को लेकर विश्वविद्यालयी छात्रों में तरह-तरह का असमंजस व्याप्त था। एक तरफ कोरोना वायरस के संक्रमण का भय तो दूसरी तरफ लाखों छात्रों को परीक्षा की तैयारी का तनाव सता रहा था। ऐसे वक्त में सरकार ने स्नातक व परास्नातक के सभी छात्रों को अगली कक्षा में प्रोन्नत करने का बड़ा निर्णय लेकर एक साथ सबको लाभान्वित कर दिया है और काफी हद तक महाविद्यालयों के शिक्षकों एवं निजी कालेजों के प्रबंधकों की चिताएं भी दूर कर दी हैं।

........

नंबर गेम :

148 स्नातक व स्नातकोत्तर कालेज पूर्वांचल विवि से संबद्ध

222 हजार छात्र हैं स्नातक की कक्षाओं में

15 हजार छात्र हैं परास्नातक की कक्षाओं में

.....

वर्जन ..

स्नातक व परास्नातकोत्तर के छात्रों को प्रोन्नत करने का लाभ छात्रों के साथ-साथ महाविद्यालय प्रशासन को भी मिलेगा। प्रोन्नत किस आधार और नियम के अंतर्गत होगा इसे लेकर शीर्ष स्तर पर अभी बैठक चल रही है। इसलिए वास्तविक दिशा-निर्देशों की अभी प्रतीक्षा करनी होगी।

- डा.एके मिश्र, नोडल एवं प्राचार्य डीसीएसके पीजी कालेज, मऊ।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.