लेपन कर कारस्तानी छिपा रहा प्रशासन
छत्तीसगढ़ के सुकमा में शहीद भेड़ियाधर निवासी सीआरपीएफ के जवान धर्मेंद्र यादव की शहादत का प्रशासन अपमान करने पर तुला हुआ है। शहादत की याद में बन रही लगभग पांच करोड़ की लगात से तीन सड़कें खुली अनियमितता की भेंट चढ़ गई है। हाट मिक्स प्लांट से सड़क का निर्माण होते ही गिट्टियां बिखर रही हैं। उधर जब जागरण ने इस मामले को उठाया तो विभाग बारीक गिट्टियों को डालकर अपनी कारस्तानी को तोपने का काम कर रहा है।
जागरण संवाददाता, चिरैयाकोट (मऊ) : छत्तीसगढ़ के सुकमा में शहीद भेड़ियाधर निवासी सीआरपीएफ के जवान धर्मेंद्र यादव की शहादत का प्रशासन अपमान करने पर तुला हुआ है। शहादत की याद में बन रही लगभग पांच करोड़ की लगात से तीन सड़कें खुली अनियमितता की भेंट चढ़ गई है। हाट मिक्स प्लांट से सड़क का निर्माण होते ही गिट्टियां बिखर रही हैं। उधर जब जागरण ने इस मामले को उठाया तो विभाग बारीक गिट्टियों को डालकर अपनी कारस्तानी को ढकने का काम कर रहा है।
रायपुर बाजार से टड़वां जाने वाले मार्ग हाट मिक्स प्लांट से बनते ही उखड़ने लगा है। जगह-जगह पिच उखड़ गई है। पिच के नाम पर सिर्फ तारकोल का धड़ल्ले से प्रयोग किया जा रहा है। वहीं मामला उजागर होने पर आरईएस स्थानीय भाजपा कार्यकर्ताओं से विधायक को फोन करवा अच्छी सड़क बनने की पैरवी करवा रहा है। जबकि सड़क अपने हालात खुद बयां कर रही है। सड़क दर्जनों जगह गिट्टी छोड़ चुकी है। मानक के अनुसार न तो गिट्टियां सड़क पर पड़ी है और ना ही पिच ही मानक के अनुसार डाली जा रही है। ऐसे में सड़क एक माह से ज्यादा नहीं चल सकती। सबसे बड़ी बात यह कि हाट मिक्स प्लांट से बनने वाली सड़क को हाथों से बनाया जा रहा है। बेलचा से बारीक गिट्टियों वाली पिच सड़क पर फेंकी जा रही है। ताकि जहां गिट्टियां उघड़ी हुई हैं उसे ढका जा सके।
13 मार्च 2017 में छत्तीसगढ़ के सुकमा में शहीद हुए थाना क्षेत्र के भेड़ियाधर निवासी धर्मेंद्र यादव के नाम पर तीन सड़कों का निर्माण किया जा रहा है। करोड़ों की लागत से बनने वाली इन सड़कों पर भारी अनियमितताएं दिखाई दे रही है। निर्माण विभाग के कर्मचारियों की मिलीभगत और ठेकेदार के सत्तापक्ष में मजबूत पैठ के कारण सभी आंखे मूंदे हैं। इसके चलते सड़क निर्माण में भारी गड़बड़ी की जा रही है। सड़क को बने अभी दो दिन भी नहीं हुए कि पूरी सड़क में जगह-जगह गिट्टियां उखड़ रही है। सड़क निर्माण में गिट्टी बिछाने से लेकर पिच डालने तक काफी घटिया सामग्री का प्रयोग किया गया है। लोकसभा चुनाव पूर्व मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने घोषणा की थी कि शहीदों के घर जाने वाली सड़कें सरकार बनवाएगी। इसके लिए पांच करोड़ रुपये भी आवंटित किए गए। पांच करोड़ की लागत से चिरैयाकोट के बड़हलगंज पुलिया नहर मार्ग से सचुई तक, शहीद के गांव भेड़ियाधर नहर पुलिया से शहीद के घर तक आरसीसी सड़क तथा तीसरी सड़क रायपुर बाजार से टड़वां नहर पुलिया तक बननी थी। तीनों सड़कों पर घटिया सामग्री प्रयोग किए जाने और निर्माण कार्य में भारी अनियमितता की जा रही है। सड़क बनाने की दोयम दर्जें की पिच और गिट्टियों का जहां प्रयोग धड़ल्ले से किया जा रहा है, वहीं मामला उजागर होने के बाद भी प्रशासन मौन साधे हुए है।