इंदारा-रसड़ा रेलमार्ग का होने लगा विद्युतीकरण
जागरण संवाददाता मऊ वर्षों से पिछड़े पूर्वी उत्तर प्रदेश के मऊ-बलिया जिले में विकास की क
जागरण संवाददाता, मऊ : वर्षों से पिछड़े पूर्वी उत्तर प्रदेश के मऊ-बलिया जिले में विकास की कई योजनाओं को एकसाथ आकार लेते देख क्षेत्रवासियों में खुशी की लहर है। एक तरफ जहां पूर्वांचल एक्सप्रेस वे को लेकर काम चल रहा है तो वहीं वाराणसी से गोरखपुर तक हाईवे को फोरलेन बनाने का कार्य प्रगति पर है। इधर, रेलवे में औड़िहार से भटनी तक रेलवे लाइन के विद्युतीकरण का कार्य पूरा होने के बाद इंदारा-छपरा रेल मार्ग के विद्युतीकरण कार्य ने भी रफ्तार पकड़ना शुरू कर दिया है। इंदारा से रतनपुरा रेलवे स्टेशन तक खंभे लगाने का कार्य लगभग पूरा हो चुका है।
कई दशक बाद रेलवे में बड़ी योजनाओं को साकार होते देख क्षेत्रवासियों में खुशी की लहर है। इंदारा-छपरा रेल मार्ग के विद्युतीकरण कार्य ने रतनपुरा, रसड़ा और बलिया के लोगों में उत्साह का संचार किया है। रतनपुरा के विशुनपुरा गांव निवासी योगेंद्रनाथ पांडेय ने कहा कि वर्षों पहले इंदारा-बलिया रेलमार्ग को छोटी लाइन से बड़ी लाइन में तब्दील किया गया था। तबसे विकास की कोई बड़ी योजना इस रेलखंड पर नहीं दिखाई दी। कहा कि केंद्र में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सरकार के गठन के बाद से पूर्वी उत्तर प्रदेश में विकास के आधारभूत कार्य दिखाई देने लगे हैं। क्षेत्र के नसीराबाद कला गांव निवासी आरके पांडेय ने कहा कि परिवहन सुविधाओं के मामले में यह इलाका अब भी बहुत पिछड़ा है। इंदारा से छपरा तक रेलवे लाइन के विद्युतीकरण से तीव्र गति से चलने वाली ट्रेनें चल सकेंगी। परिवहन की सुविधाएं बढ़ने से इस क्षेत्र के विकास की नई संभावनाएं जन्म लेंगी। सीनियर सेक्शन इंजीनियर कार्य ने बताया कि एक वर्ष के अंदर विद्युतीकरण का कार्य पूरा कर लिया जाएगा।