शिक्षा विभाग की जमीन पर अवैध कब्जा, 11 के खिलाफ एफआइआर
पैमाइश के बाद एंटी भू-माफिया एक्ट सहित कई धाराओं में दर्ज हुआ मुकदमा - भू-माफियाओं के कब्जे में मिली है दशमलव 104 हेक्टेयर भूमि - जिला प्रशासन के सख्त रुख से घर बनाने वालों में खलबली
जागरण संवाददाता, मऊ : शहर के स्वदेशी काटन मिल रोड के किनारे स्थित शिक्षा विभाग कालोनी की सार्वजनिक भूमि पर अतिक्रमण करके घर बनाना 11 दबंगों के लिए भारी पड़ गया है। जिलाधिकारी ज्ञानप्रकाश त्रिपाठी के निर्देश पर लगातार तीन दिनों तक हुई पैमाइश के बाद शिक्षा विभाग का कुल रकबा केवल 1.879 हेक्टेयर ही पाया गया, जो लिखित भूमि से 0.104 हेक्टेयर कम है। वहीं, पैमाइश के बाद मौके पर 11 लोगों का शिक्षा विभाग की भूमि पर अवैध कब्जा पाया गया। मामले में डीआइओएस कार्यालय के प्रधान सहायक अरविद कुमार मिश्र एवं अन्य की तहरीर पर 11 व्यक्तियों के विरुद्ध एंटी भू-माफिया एक्ट सहित दूसरी गंभीर धाराओं में शहर कोतवाली में मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। जिला प्रशासन की इस कड़ी कार्रवाई से भू-माफियाओं एवं प्रापर्टी डीलरों में हड़कंप मचा हुआ है।
शहर की एक-एक जमीन पर भू-माफियाओं की आंखें लगी हुई हैं। कहीं कागजों में हेराफेरी करके तो कहीं जिला प्रशासन की आंख में धूल झोंककर भू-माफियाओं ने शहर की लगभग खाली पड़े ताल-पोखिरयों और सार्वजनिक जमीनों का अस्तित्व मिटा दिया है। फातिमा तिराहा से लेकर स्वदेशी काटन मिल रोड और गाजीपुर तिराहा के बीच जिलाधिकारी के निर्देश पर जब सदर तहसीलदार के नेतृत्व में राजस्व कर्मियों ने शिक्षा विभाग की जमीन की पैमाइश की तो मौके पर लगभग 0.104 हेक्टेअर जमीन पर दबंगों का कब्जा प्रमाणित हो गया। अवैध कब्जे की जद में सुशीला पत्नी सूर्यनाथ का अहाता एवं दुकान, बादामी पत्नी दुखरन का मकान, निधि पत्नी राकेश का मकान, कृष्ण कुमार पुत्र त्रिलोकीदास अग्रवाल का अहाता, अनिशा राय पत्नी अतुल राय का मकान, शारदा पत्नी जयप्रकाश जायसवाल का अहाता, विद्यावती सिंह पत्नी राजेंद्र सिंह का अहाता, उत्तरा सिंह पत्नी अजय सिंह का मकान, निर्मला पत्नी राधेश्याम का मकान, संजय सिंह पुत्र जगत नारायण सिंह का मकान व अहाता तथा आभा सिंह पत्नी मनोज सिंह का मकान अतिक्रमण की जद में पाए गए हैं। उपरोक्त सभी 11 अवैध कब्जेदारों के विरुद्ध एफआइआर दर्ज कर पुलिस ने कार्रवाई शुरू कर दिया है।
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इनसेट :
सरकारी जमीन की लूट ने खोली कई समाजसेवियों की कलई
शिक्षा विभाग की जमीन पर कब्जा जमाने वालों में कई सफेदपोश एवं तथाकथित समाजसेवियों में नाम शामिल है। खास बात यह है कि इन सफेदपोशों ने जमीनों पर कब्जा तो खुद जमाया था लेकिन जमीनों पर नाम अधिकांश ने अपने घर की महिलाओं का दे रखा था। जिला प्रशासन के सख्त रुख के बाद इन समाजसेवियों को बोलते नहीं बन रहा है।
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इनसेट --
शिक्षा विभाग की जमीन के आंकड़े
1.983 हेक्टेयर था शिक्षा विभाग का कुल रकबा
1.879 हेक्टेयर पैमाइश के बाद मौके पर मिला
0.104 हेक्टेयर जमीन है माफियाओं के कब्जे में