कहीं बाजार का बर्गर-चाउमिन न लगा दे मिर्गी की बीमारी
पाठकों की जिज्ञासाओं का समाधान करते हुए बोले फिजीशियन डा.अनिल कुमार - व्यायाम की कमी और पर्यावरण प्रदूषण बिगाड़ रहा बालों की सेहत - बीमारियां बचाने के लिए बच्चों में डालें स्वच्छ रहने की आदत
जागरण संवाददाता, मऊ : पूर्वाचल की भौगोलिक परिस्थितियां देश-विदेश की परिस्थितियों से तापमान, वायुदाब, प्रदूषण आदि वैज्ञानिक कारकों में काफी अलग हैं। रहन-सहन और खान-पान में आया हर बदलाव सकारात्मक ही है, ऐसा नहीं है। बच्चों में मिर्गी की बीमारी जितनी मऊ जिले में देखी जा रही है, उतनी पूर्वाचल के किसी जिले में शायद ही हो। बाजार के बर्गर और चाउमिन में ज्यादातार हरी सब्जियों के सलाद प्रयोग किए जाते हैं, जिन्हें तैयार करने में प्राय: दुकानदार स्वच्छता का विशेष ध्यान नहीं रखते हैं या फिर लापरवाही कर देते हैं। यही लापरवाही पेट की अन्य बीमारियों के साथ-साथ गंभीर स्थिति होने पर मिर्गी का कारण भी बन जाती हैं जो शुरुआत में पता नहीं चलती है। बच्चे या बड़े बाजार के चाउमिन-बर्गर से जितना दूर रहें उतना ही अच्छा है। यह बातें जागरण प्रश्न पहर में पाठकों के सवालों का जवाब देते हुए जिला अस्पताल के वरिष्ठ फिजीशियन डा. अनिल कुमार ने कही। सवाल : मुझे शुगर की बीमारी है, जिसके चलते आंखों की रोशनी कम हो रही है, क्या करें।
जवाब : इसके लिए आपको शुगर को नियंत्रण में रखना होगा। भोजन में तेल, चावल, चीनी का इस्तेमाल कम से कम करें। व्यायाम नियमित रूप से करें। प्रतिदिन सुबह एक घंटा टहलें। समस्या ज्यादा हो तो किसी फिजीशियन से मिलकर परामर्श लें। सवाल : मोटापा बढ़ रहा है, क्या करें।
जवाब : युवावस्था में तेजी से मोटापा बढ़ना थायराइड की वजह हो सकती है। कोलेस्ट्राल लेवल और शुगर की जांच करानी होगी। खाने में ज्यादा फाइवर लें। रोटी-चावल कम करें। ज्यादा दिक्कत हो तो डाक्टर से मिलें। सवाल : बच्चों को मिर्गी क्यों आती है।
जवाब : मिर्गी अनेक कारणों से होती है लेकिन खान-पान में स्वच्छता का न होना इसके प्रमुख कारणों में से एक है। हरी सब्जियों व सलाद पर हाइजीन न बरतने से प्राय: कृमि के अंडे रह जाते हैं। बर्गर, चाउमिन में हरी सब्जियां बहुत गर्म या पकी हुई नहीं होती हैं और न ही साफ। इसके चलते कृमि सीधे पेट में जाते हैं और दिमाग तक पहुंच कर मिर्गी का कारण बनते हैं। सवाल : कब्ज रहती है और बाल झड़ रहे हैं, क्या करें।
जवाब : खान-पान में पोषक तत्वों की मात्रा बढ़ाएं। पर्यावरण प्रदूषण और नियमित व्यायाम न करने के कारण और कई मामलों में वंशानुगत कारणों से बालों के झड़ने-पकने की समस्या आती है। सलाद, फल व फाइवरयुक्त खाद्य पदार्थो का स्वच्छता के साथ-साथ सेवन करें।
इन्होंने पूछे सवाल
धर्मेद्र कुमार भीटी, विजय वर्मा घोसी, मुन्ना प्रसाद दुबारी, दिलीप जायसवाल चिरैयाकोट, सोनू यादव, प्रेमनारायण गुप्ता हमीदपुर, आस्था गर्ग भीटी, स्वीटी अग्रवाल कोपागंज आदि ने अपने सवाल पूछे।