पहला वोट उसे जो विकास की बात करे
सोच समझ कर वोट करना है। पहला वोट उसी को देंगे जो जाति-पाति नहीं बल्कि देश की बात करता है। जाति-पाति की बात करने वाले असल में अपना फायदा देखते हैं उन्हें किसी जाति से कोई लेना नहीं है।
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मऊ : लोकसभा चुनाव देश का प्रधानमंत्री चुनने के लिए होता है। गांवों में चुनाव आते ही कुछ लोग जाति-पाति की बात करनी शुरू कर देते हैं। चुनाव खत्म होने के बाद कोई जाति-पाति की बात नहीं करता, बल्कि सभी लोग मिलजुल कर गांव की समस्याएं निपटाते हैं। गांव की सड़क में गड्ढे होते हैं तो सबको परेशानी होती है, लेकिन सड़क जब बन जाती है तो सभी खुश होते हैं। गांव-गांव में पहली बार वोट डालने जाने वाले मतदाताओं में विकास की ललक सिर चढ़कर बोल रही है। फोटो : कनक त्रिपाठी
किसी के कहने पर वोट नहीं देना है। पढ़ने-लिखने से इतना ज्ञान तो है कि देश के लिए कौन लोग अच्छे हैं। जाति-पाति नहीं जो देश के विकास और मजबूती की बात करता है और प्रयास करता है पहला वोट उसी को दूंगी।
-कनक त्रिपाठी, हिकमा।
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फोटो : प्रिया
सोच समझ कर वोट करना है। पहला वोट उसी को देंगे जो जाति-पाति नहीं बल्कि देश की बात करता है। जाति-पाति की बात करने वाले असल में अपना फायदा देखते हैं, उन्हें किसी जाति से कोई लेना नहीं है।
-प्रिया, हिकमा गाड़ा।
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फोटो : शिवानी
जाति-पाति में लोकतंत्र को तौलने वाला हर नेता गलत है। विकास जब सबको प्रिय है तो पहला वोट उसी को दिया जाएगा, जिस प्रत्याशी का संकल्प विकास का होगा। पहला वोट विकास के नाम ही रहेगा।
-शिवानी, छात्रा।
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फोटो : सुजाता
किसी भी जाति का नेता हो, वह ईमानदार और अपने क्षेत्र का भला-बुरा समझने वाला हो। जनता के मुद्दों पर संघर्ष करता हो न कि केवल अपनी जाति के लिए संघर्ष करता नजर आए। ऐसे नेता को ही वोट दिया जाएगा।
-सुजाता, छात्रा।