संपूर्ण लाकॅडाउन से फिर बढ़ी फजीहत, घरों में कैद हुए लोग
मऊ जनपद में कोरोना संक्रमण के बढ़ते प्रकोप को देखते हुए घोषित संपूर्ण लॉकडाउन की वजह से एक बार फिर लोगों की फजीहत बढ़ गई है। प्रशासन ने डंडा पटक कर जहां लोगों को घरों में कैद कर दिया है वहीं पूरी तरह से लॉकडाउन का पालन करने का निर्देश दिया है। इसका उल्लंघन करने वालों के विरुद्ध सख्त कार्रवाई की चेतावनी दी है। यही वजह रही कि एक बार फिर शहर में पूरी तरह सन्नाटा छा गया है।
जागरण संवाददाता, मऊ : जनपद में कोरोना संक्रमण के बढ़ते प्रकोप को देखते हुए घोषित संपूर्ण लॉकडाउन की वजह से एक बार फिर लोगों की फजीहत बढ़ गई है। प्रशासन ने डंडा पटक कर जहां लोगों को घरों में कैद कर दिया है वहीं पूरी तरह से लॉकडाउन का पालन करने का निर्देश दिया है। इसका उल्लंघन करने वालों के विरुद्ध सख्त कार्रवाई की चेतावनी दी है। यही वजह रही कि एक बार फिर शहर में पूरी तरह सन्नाटा छा गया है। ज्यादातर रोडवेज बसों को आजमगढ़ तिराहे से ही वापस कर दिया जा रहा है। कुछ ही बसों को रोडवेज तक भेजा जा रहा है जबकि प्रशासन ने रेलवे व रोडवेज को पूरी छूट दे रखी है। अब यात्रियों के समक्ष संकट उत्पन्न हो गया है कि वह रोडवेज में जाकर वाहन का इंतजार करें या आजमगढ़ तिराहे पर। इसे लेकर तमाम सवारियां इधर-उधर भटकती नजर आ रही हैं।
पिछले एक पखवारे से करोना पॉजिटिव मरीजों की संख्या तेजी से बढ़ना शुरू हुई तो थमने का नाम नहीं ले रही है। हालात यह है कि अब तक कुल 81 एक्टिव केस हैं। इसके अलावा 83 मरीज स्वस्थ हो चुके हैं। लगातार बढ़ रही कोरोना संक्रमितों की संख्या को देखते हुए प्रशासन की नींद उड़ने लगी। हालात यह है कि पब्लिक भी पूरी तरह से बिना मास्क के सड़कों पर उतर गई थी। कोरोना के बढ़ते संक्रमण को पब्लिक हल्के में ले रही थी। यही वजह है कि लगातार मरीजों की संख्या बढ़ती जा रही है। यही नहीं जांच करने वाली स्वास्थ्य टीम पर हमला भी किया जा रहा है। ऐसे में मामले को गंभीर होता देख जिलाधिकारी ज्ञानप्रकाश त्रिपाठी ने सोमवार से 15 दिन के लिए पूरे शहर में संपूर्ण लॉकडाउन घोषित कर दिया गया है। शहर के मिर्जाहादीपुरा पर पूरी तरह से बैरिकेडिग कर दी गई है। इधर से किसी भी आने जाने वाले पर रोक लगा दी गई। इसी प्रकार आजमगढ़ तिराहे पर बैरिकेडिग कर दी गई है। यहां भी हर आने वाले पर रोक लगा दी गई है। बिना पास के किसी को प्रवेश नहीं दिया जा रहा है। केवल रोडवेज या रेलवे स्टेशन पर जाने वाले यात्रियों को छूट दी जा रही है। आजमगढ़ की तरफ से आने वाली रोडवेज की तमाम बसें आजमगढ़ मोड़ पर ही रोक दी गईं। यहीं पर यात्रियों को उतार दिया गया। इसके बाद यह बसें यहीं से वापस चली गईं। लेकिन बाद में अधिकारियों ने रोडवेज की बसों को रोडवेज तक जाने की छूट दे दी। इसकी वजह से रोडवेज की बसें तो परिसर तक पहुंच रही है लेकिन सवारियों का टोटा हो गया है। ऐसे में विभाग भी सकते में हैं कि किस तरह से रोडवेज की बसों को चलाया जाए। फिलहाल सोमवार को एक-एक घंटे इंतजार के बाद बसें भर रही थीं। तब जाकर अपने गंतव्य तक रवाना हो रही थी। पूर्व की भांति लॉकडाउन हो जाने की वजह से आम पब्लिक व अन्य लोगों को फजीहत उठानी पड़ रही है। सड़कों पर पूरी तरह से सन्नाटा पसरा हुआ है। बिना पास के शहर में किसी को प्रवेश नहीं दिया जा रहा है।
एआरएम विवेकानंद त्रिपाठी ने बताया की रोडवेज की बसों को अंदर तो आने दिया जा रहा है लेकिन सवारियां कम आ रही हैं। इसकी वजह से बसों को एक से दो घंटे सवारियों का इंतजार करना पड़ रहा है। लॉकडाउन से यात्रियों की संख्या भी पूरी तरह प्रभावित हो रही है।