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अधिकारियों की रहमत से प्रधान पर भारी पड़ा सफाईकर्मी

घोसी (मऊ) पेरोल पर ग्राम प्रधान के हस्ताक्षर के बाद भले ही सफाई कर्मचारी का वेतन आहरित होता है पर कुछ सफाईकर्मी उच्चाधिकारियों के आशीर्वाद से प्रधान से भी बड़े साबित हो रहे हैं।

By JagranEdited By: Published: Wed, 08 Sep 2021 06:20 PM (IST)Updated: Wed, 08 Sep 2021 06:20 PM (IST)
अधिकारियों की रहमत से प्रधान पर भारी पड़ा सफाईकर्मी
अधिकारियों की रहमत से प्रधान पर भारी पड़ा सफाईकर्मी

जागरण संवाददाता, घोसी (मऊ) : पेरोल पर ग्राम प्रधान के हस्ताक्षर के बाद भले ही सफाई कर्मचारी का वेतन आहरित होता है पर कुछ सफाईकर्मी उच्चाधिकारियों के आशीर्वाद से प्रधान से भी बड़े साबित हो रहे हैं।

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ब्लाक की ग्राम पंचायत बीबीपुर में दो सप्ताह पूर्व तक नियुक्त रहे सफाई कर्मचारी की कार्यप्रणाली इसका प्रमाण है। अब तो सवाल खड़ा हो गया है कि प्रधान के अधिकार अधिक हैं या सफाई कर्मचारी के। दरअसल यहां नियुक्त कर्मचारी ने दो सप्ताह पूर्व प्रधान बबिता गुप्ता एवं उनके प्रतिनिधि पूर्व प्रधान मुन्ना गुप्ता को डीपीआरओ कार्यालय से स्वयं के स्थानांतरित किए जाने की मौखिक सूचना दिया। प्रधान ने उसे कार्यमुक्त नहीं किया पर वह यह सूचना देकर चमरियांव गांव में योगदान करने लगा है। उधर बीबीपुर में किसी की नियुक्ति न होने से सफाई व्यवस्था बाधित है। ग्राम प्रधान ने एडीओ पंचायत से लगायत बीडीओ, डीपीआरओ, जिलाधिकारी एवं पंचायत मंत्री उत्तर प्रदेश को इस बाबत पत्र प्रेषित किया है।


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