युवाओं के प्रेरणास्त्रोत थे पूर्व राष्ट्रपति अब्दुल कलाम
डा. एपीजे अब्दुल कलाम का संपूर्ण जीवन देश के लिए समर्पित था। देश के उच्च पदों को शुशोभित करने के बाद भी वे अपना जीवन सादगी के साथ जीते थे और देश के सीमाओं को सुरक्षित करने के लिए मिशाइलों के निर्माण में लगे रहे। उक्त बातें सोमवार को नगर के सिकठीया स्थित साई कालेज आफ फार्मेसी डा. एपीजे अब्दुल कलाम के पुण्यतिथि अवसर पर श्रद्धांजलि अर्पित करने के बाद प्रबंधक अखिलेश राय ने कही। कहा कि देश के मिसाइल मैन और पूर्व रा
जागरण संवाददाता, मऊ : डा. एपीजे अब्दुल कलाम का संपूर्ण जीवन देश के लिए समर्पित था। देश के उच्च पदों को सुशोभित करने के बाद भी वे अपना जीवन सादगी के साथ जीते थे और देश के सीमाओं को सुरक्षित करने के लिए मिसाइल के निर्माण में लगे रहे। उक्त बातें सोमवार को नगर के सिकठिया स्थित साई कालेज आफ फार्मेसी डा. एपीजे अब्दुल कलाम के पुण्यतिथि अवसर पर श्रद्धांजलि अर्पित करने के बाद प्रबंधक अखिलेश राय ने कही। कहा कि देश के मिसाइल मैन और पूर्व राष्ट्रपति स्वर्गीय डा. कलाम के जिदगी के इतने किस्से हैं जो युवाओं के लिए प्रेरणास्त्रोत है। प्रधानाचार्य अजय कुमार ने कहा कि डा. कलाम साहब वैज्ञानिक होने के साथ एक मनोवैज्ञानिक भी थे। उन्हें लोगों का चेहरा पढ़ना आता था। वह जिसका भी चेहरा एक बार देख लेते उसके बारे में संपूर्ण जानकारी दे देते थे। कार्यक्रम में अशजद कमाल, शिक्षक अखिलेश सिंह, अश्वनी सिंह, अभिषेक विश्वकर्मा, प्रखर राय, अकित सिंह चौहान, विवेक पांडेय, प्रीति आनन्द, अमृता सिंह आदि शामिल थे।
इसी प्रकार भारत के पूर्व राष्ट्रपति भारत रत्न डा. एपीजे अब्दुल कलाम के पुण्यतिथि सोमवार को कासिमपुर गांव में 121 फलदार पौधों का रोपण किया। इस दौरान बच्चों को पुस्तक वितरण किया। युवा समाजसेवी जितेंद्र कुमार ने 101 पौधे दान दिया एवं प्रति वर्ष 250 पौधे दान करने का संकल्प लिया। इसमें न्यास के अध्यक्ष आनंद प्रताप सिंह, बृज मोहन पांडेय, संगीता द्विवेदी, वीरेंद्र सिंह, राजन वैदिक, मृत्युंजय द्विवेदी, नकुल आर्य, नीलेश, रवि, कैलाश, हर्षित आदि शामिल थे।