चातुर्य संग दृढ़ निश्चय की धनी थीं इंदिरा गांधी
तहसील क्षेत्र के डुमरी मर्यादपुर स्थित श्रीमती इंदिरागांधी पीजी कालेज में मंगलवार को पूर्व प्रधानमंत्री प्रियदर्शिनी इंदिरा गांधी की 102 वीं जयंती मनाई गई।
जागरण संवाददाता, मधुबन (मऊ) : स्थानीय तहसील क्षेत्र के डुमरी मर्यादपुर स्थित श्रीमती इंदिरागांधी पीजी कालेज में मंगलवार को पूर्व प्रधानमंत्री प्रियदर्शिनी इंदिरा गांधी की 102 वीं जयंती मनाई गई। साथ ही जनपद के शिल्पी कल्पनाथ राय को भी जनपद के स्थापना दिवस पर नमन किया गया। मुख्य अतिथि कांग्रेस जिलाध्यक्ष इंतेखाब आलम ने कहा कि इंदिरा गांधी एक असाधरण राजनेता थीं। उन्होंने केवल हिदुस्तान ही नहीं बल्कि पूरी दुनिया में गुटनिरपेक्ष आंदोलन को खड़ा किया। गरीब व छोटे देशों की पहचान पूरी दुनिया में दिलाने का काम किया। बीस सूत्रीय कार्यक्रम, हरित क्रांति, श्वेत क्रांति के माध्यम से देश की आम जनता से जुड़ीं। आल इंडिया कांग्रेस कमेटी के सदस्य घनश्याम सहाय ने कहा कि आज सर्जिकल स्ट्राइक के माध्यम से भाजपा के लोग अपनी पीठ थपथपाते हैं, वहीं इंदिरा गांधी ने 91 हजार पाकिस्तानी सैनिकों को समर्पण कराकर पाकिस्तान को दो भागों में बांट दिया। जमीदार राजाओं का पीबी पर्ष, बैंकों का राष्ट्रीयकरण, कोयला खदानों का राष्ट्रीयकरण करके देश को नया आयाम दिया। प्रदेश कांग्रेस के संगठन मंत्री व प्रबंधक राष्ट्रकुवंर सिंह ने कहा कि सन 1978 में इसी स्थान पर इंदिरा गांधी का आगमन हुआ था। उनके नाम पर स्थापित इस महाविद्यालय में उनकी जयंती का आयोजन होना और भी सौभाग्य की बात है। इंदिराजी वैश्विक राजनेता थीं। वे लौह महिला थीं। मजबूत राष्ट्र के निर्माण में उनका महत्वपूर्ण योगदान था। अमरेशचंद्र पांडेय ने कहा कि इंदिरा गांधी नहीं होतीं तो कल्पनाथ राय का निर्माण नहीं होता और कल्पनाथ राय नहीं होते तो जनपद नहीं होता। एकेडमिक डीन डा.मोहम्मद खालिद ने कहा कि इंदिराजी कौमी एकता की मिसाल थीं। छात्र-छात्राओं ने भजन गायन, निबंध, भाषण प्रतियोगिता के माध्यम से श्रद्धाजंलि अर्पित की। संपत मौर्य, सुरेंद्र राजभर, योगेंद्र सिंह, प्रदुम्न यादव, प्रमोद रंजन सिंह, उबैदुल्लाह अंसारी, प्रवीण कुंवर सिंह, जगदीश पांडेय, अमित मिश्र आदि उपस्थित थे।