मिल सकती है दक्षिण भारत के लिए ट्रेन की सौगात
जागरण संवाददाता मऊ लगभग दो दशकों से मऊ जनपद के व्यापारी मऊ से दक्षिण भारत तक का सफर
जागरण संवाददाता, मऊ : लगभग दो दशकों से मऊ जनपद के व्यापारी मऊ से दक्षिण भारत तक का सफर कराने वाली सीधी ट्रेन सेवा की मांग करते आ रहे हैं। वित्तमंत्री की ओर से प्रस्तुत किए गए बजट में आने वाले तीन वर्षों के भीतर 400 वंदे भारत ट्रेनें चलाने की घोषणा से व्यापारियों में दक्षिण भारत के लिए ट्रेन मिलने की उम्मीद प्रबल हो गई है। अभी से व्यापारियों ने प्रधानमंत्री से लेकर रेल मंत्री तक पत्राचार का दौर शुरू कर दिया है। मामले में एमएलसी अरविद कुमार शर्मा ने व्यापारियों की पूरी मदद का आश्वासन दिया है।
बुनकर नगरी मऊ में जिस पैटर्न की साड़ियां तैयार की जाती हैं उसकी मांग कर्नाटक, केरल, तमिलनाडु, आंध्रप्रदेश, तेलंगाना आदि राज्यों में सर्वाधिक है। लगभग 400 करोड़ रुपये प्रतिमाह के कारोबार में 60 प्रतिशत से अधिक की हिस्सेदारी इन्हीं पांच राज्यों की है। शहर में अक्सर केरल, आंध्र प्रदेश, तेलंगाना, कर्नाटक व तमिलनाडु के व्यापारियों का आना-जाना लगा रहता है।व्यापार मंडल के जिलाध्यक्ष उमाशंकर ओमर ने कहा कि लंबे समय से जिले के बुनकर मऊ से दक्षिण भारत को सीधे जोड़ने वाली ट्रेन की मांग करते आ रहे हैं। बजट में 400 ट्रेनें चलाने की घोषणा से व्यापारियों को दक्षिण भारत के लिए सीधी ट्रेन सेवा जल्द मिलने की पूरी उम्मीद है। डा.रामगोपाल गुप्त, अजय कुमार शाहू, श्रीराम जायसवाल आदि व्यापारी नेताओं ने रेलवे मंत्रालय में पत्र लिखकर एक बार फिर से दक्षिण भारत के लिए सीधी ट्रेन सेवा देने की मांग करना शुरू कर दिया है।