सरकार के विरुद्ध कांग्रेस का 10 दिवसीय आंदोलन शुरू
बीते चुनाव में बढ़े वोटों से उत्साहित कांग्रेस ने राज्य में विकल्प बनाने का प्रयास तेजी से शुरू कर दिया है। अगले विधानसभा चुनाव तक कांग्रेस जनहित के मुद्?दों को उठाकर और सरकार को उसकी नीतियों पर घेरकर अपने पक्ष में माहौल बनाने की कोशिशों में लग गई है।
जागरण संवाददाता, मऊ : बीते चुनाव में बढ़े वोटों से उत्साहित कांग्रेस ने राज्य में विकल्प बनाने का प्रयास तेजी से शुरू कर दिया है। इसी क्रम में मंगलवार से केंद्रीय नेतृत्व के निर्देश पर 10 दिवसीय आंदोलन की शुरुआत की गई। जिलाध्यक्ष इंतेखाब आलम ने पीडब्ल्यूडी डाकबंगले में एक प्रेस वार्ता कर इस बारे में विस्तृत जानकारी दी।
भाजपा सरकार सरकारी नौकरियों को खत्म कर ठेकेदारी प्रथा चालू कर दी है। संस्थानों का निजीकरण किया जा रहा है। ऐसे में कांग्रेस चुप नहीं बैठेगी इस विनाश की हकीकत आमजनता को बताकर रहेगी। उन्होंने बताया कि मंगलवार 05 नवंबर से आरंभ यह आंदोलन 15 नवंबर तक चलेगा। 06 और 07 नवंबर को जनपद के ब्लाक, तहसील, कचहरी, कालेजों में पर्चे बांटकर पोल खोली जाएगी। 08 और 09 को जगह-जगह नुक्कड़ सभाएं होंगी। 10 नवंबर को बेरोजगारी के खिलाफ बर्तन लेकर सभी प्रमुख बाजारों में कांग्रेसजन प्रदर्शन करेंगे। 11 को राष्ट्रीय शिक्षा दिवस और मौलाना अबुल कलाम जयंती पर शिक्षण संस्थानों में महंगी शिक्षा, निजीकरण, बेरोजगारी के सवालों पर वार्ता होगी। 12 व 13 को किसानों की समस्या को लेकर चौपाल, 14 को नेहरू जयंती पर पंडित नेहरू के सपनों का भारत विषय पर सेमिनार व 15 को जिला मुख्यालय पर धरना-प्रदर्शन किया जाएगा। इस मौके पर शहर अध्यक्ष खालिद अंसारी, घनश्याम सहाय, अबु बकर अंसारी, धमेंद्र सिंह, रविप्रकाश गोपाल, सुभाष गुप्ता, मनोज गुप्ता, रफी अतहर, वकील अहमद, वंदना तिवारी, अकरम प्रीमियर आदि थे।