आसमान में उमड़े बादलों ने बढ़ाई किसानों की धड़कन
जागरण संवाददाता मऊ एक तरफ मौसम का मिजाज लगातार सर्द होता जा रहा है तो दूसरी ओर शनि
जागरण संवाददाता, मऊ : एक तरफ मौसम का मिजाज लगातार सर्द होता जा रहा है तो दूसरी ओर शनिवार को आसमान में बादलों ने डेरा डाल दिया। बादलों को देख सब्जी, दलहन एवं तिलहन की फसल उगाने के लिए खेतों की तैयारी कर रहे किसानों की नींद गायब हो गई है। वहीं, निचले इलाके के पके धानों को जल्दी-जल्दी खेत से घर तक लाने के लिए किसानों का कुनबा जी-जान से जुट गया। मौसम का अचानक यह रुख देख हजारों किसानों की धड़कनें बढ़ गई हैं।
किसानों का कहना था कि बारिश हुई तो खड़ी फसल के लिए नुकसानदायक होगी। किसानों की सारी मेहनत पर पानी फिर जाएगा। बहुत से किसान चना, मटर, सरसो, आलू, बैगन, टमाटर आदि फसलों की बुवाई के लिए खेत तैयार कर चुके थे। बारिश हुई तो इसका असर गेहूं की बुआई पर भी पड़ेगा। निचले इलाके के धान के खेतों से पानी अभी पूरी तरह सूखा भी नहीं था कि बारिश एक बार फिर दस्तक देने की फिराक में है। ऐसे में किसान परिवारों की चिता बढ़ गई है।
थलईपुर : सुबह से ही आसमान में छाए घने बादलों ने सूरज की रोशनी को मद्धिम क्या किया, किसानों की सांसे अटकने लगी। धान की कटाई में रात-दिन एक कर किसान अपने खेतों में जमे हुए हैं। ऐसे में अचानक सुबह आसमान में छाए बादलों से वर्षा की आशंका ने उन्हें दहला दिया है। किसानों को डर है कि एक तरफ उनकी गाढ़ी मेहनत से तैयार धान की फसल बरसात होने से पूरी तरह चौपट हो जाएगी तो दूसरी ओर चना, जौ, मटर आदि फसलों की बुवाई में विलंब होगा।