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पांच दिन दूर है छठ पर्व जलकुंभी से पटा सीताकुंड

समाजसेवी संगठन नगर पंचायत एवं विश्व हिदू परिषद सहित तमाम संगठनों की चुप्पी इस बार सीताकुंड के घाट पर छठ के दिन सूर्यदेव को अर्घ देने वाली महिलाओं के लिए परेशानी का सबब बन सकती है।

By JagranEdited By: Published: Sun, 27 Oct 2019 06:18 PM (IST)Updated: Sun, 27 Oct 2019 06:18 PM (IST)
पांच दिन दूर है छठ पर्व 
जलकुंभी से पटा सीताकुंड
पांच दिन दूर है छठ पर्व जलकुंभी से पटा सीताकुंड

जागरण संवाददाता, घोसी (मऊ ) : समाजसेवी संगठन, नगर पंचायत एवं विश्व हिदू परिषद सहित तमाम संगठनों की चुप्पी इस बार सीताकुंड के घाट पर छठ के दिन सूर्यदेव को अर्घ देने वाली महिलाओं के लिए परेशानी का सबब बन सकती है। समूचे सीताकुंड पर जलकुंभी इस तरह पसरी है कि किसी भी घाट पर पानी में उतरना संभव नहीं।

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रेलवे स्टेशन मुहल्ले से लेकर मदापुर समसपुर, बैसवाड़ा, तहसील क्षेत्र एवं भटौली मलिक की महिलाएं छठ पर्व के दिन सीताकुंड के काली घाट पर पूजन एवं पानी में उतर कर शाम एवं सुबह का अर्घ देती है। उधर सीताकुंड में जलकुंभी का हाल यह कि कई बार पूरे कुंड से इसे निकाला गया पर जड़ समाप्त न हो सकी है। इस बार तो दोनों घाटों के किनारे तक जलकुंभी का कब्जा है। तनिक भी जगह नहीं बची है कि कोई कुंड में उतर सके। बीते वर्षों में नगर पंचायत, हिदू युवा वाहिनी एवं अन्य संगठन कभी एकजुट होकर तो कभी अलग-अलग कई दिन पूर्व से ही इस कुंड की सफाई एवं जलकुंभी हटाने का अभियान प्रारंभ करते रहे हैं। नगर पंचायत अन्य तमाम व्यवस्था भी करती रही है। इस बार हाल यह कि छठ का पर्व अब महज पांच दिन दूर है पर अभी तक जलकुंभी हटाए जाने का कार्य प्रारंभ न हो सका है।


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