वादी भाई ही निकला भाई का हत्यारा
जमीन जायदाद के चक्कर में भांजे के साथ मिलकर दिया घटना को अंजाम - पहले भाई को ले जाकर शराब पिलाया फिर गला दबाया - मुहम्मदाबाद गोहना थाने के रामपुर कांधी गांव में मिली थी लाश
जागरण संवाददाता, मऊ : पुलिस अधीक्षक के निर्देश पर त्वरित कार्रवाई करते हुए मुहम्मदाबाद गोहना थाना क्षेत्र के डंगौली गांव निवासी इंद्रमणि राजभर पुत्र स्व. निफिकिर राजभर की हत्या का पुलिस ने सनसनीखेज खुलासा किया है। पुलिस के मुताबिक हत्यारा कोई और नहीं बल्कि पुलिस में हत्या की रिपोर्ट दर्ज कराने वाला इंद्रमणि का भाई सूरज खुद है। सूरज ने अपने भांजे अनिल राजभर के साथ मिलकर पहले इंद्रमणि को शराब पिलाया फिर गला दबाकर हत्या करने के बाद शव को रामपुर कांधी गांव स्थित प्राथमिक पाठशाला के पास फेंक दिया।
अपर पुलिस अधीक्षक शैलेंद्र श्रीवास्तव ने साजिश का खुलासा करते हुए बताया कि हत्या जमीन-जायदाद के चक्कर में की गई है। मृतक इंद्रमणि के नाम से संपूर्ण जमीन व जायदाद थी। डेढ़ वर्ष पूर्व मृतक ने ढाई मंडा जमीन 7.8 लाख रुपये में प्रमोद यादव को बेचा था। जिसमें उसने सूरज को हिस्सा नहीं दिया था। क्योंकि सूरज मृतक की मां का नाजायज संतान था। इसी पैसे की हिस्सेदारी को लेकर दोनों में तनातनी चल रही थी। कई बार पंचायत भी हो चुकी थी। सूरज ने होली के दिन 21 मार्च को इंद्रमणि को रास्ते से हटाने की साजिश रची और योजना के अनुसार पहले वह अपने भाई इंद्रमणि को बाइक पर बैठाकर कोइरियापार ले गया। यहां से नदवासराय होते हुए इटौरा चौबेपुर में ले गया, जहां अपने भाई इंद्रमणि को खूब शराब पिलाया। इंद्रमणि के खूब नशे में होते ही सूरज व उसके भांजे अनिल ने उसे बाइक के बीच में बैठाया और प्राइमरी पाठशाला रामपुर कांधी ले गए। यहां गमछे से गला दबाकर हत्या करने के बाद लाश को वहीं छोड़कर फरार हो गए। शव मिलने पर सूरज ने खुद ही पुलिस को हत्या की लिखित तहरीर दिया। जिसके आधार पर मुकदमा दर्ज किया गया था। पुलिस ने घटना में प्रयुक्त बाइक, गमछा व दो मोबाइल बरामद किया है। टीम में प्रभारी निरीक्षक विमल प्रकाश राय, हेड कांस्टेबल मनिराम, सुधीर कुमार यादव, रणजीत यादव आदि शामिल थे।