स्वर्ग से जारी होता है यहां जन्म-मृत्यु प्रमाण पत्र
वह गोस्वामी तुलसीदासजी ने लिखा है न कि हानि लाभ जीवन मरण यश अपयश विधि हाथ.. विकास खंड रानीपुर में इसका साक्षात प्रमाण मिल जाएगा।
जागरण संवाददाता, पलिगढ़ (मऊ) : वह गोस्वामी तुलसीदास जी ने लिखा है न कि, 'हानि, लाभ, जीवन, मरण, यश, अपयश विधि हाथ..' विकास खंड रानीपुर में इसका साक्षात प्रमाण मिल जाएगा। जब आप रानीपुर ब्लाक में जन्म या मृत्यु के प्रमाण पत्र के लिए आवेदन करेंगे तो आपका आवेदन पहले सीधे स्वर्ग लोक में जाएगा। वहां मृत्यु के बाद वर्षों पूर्व सिधारे एडीओ पंचायत अपना हस्ताक्षर व मोहर लगा कर वापस रानीपुर विकास खंड कार्यालय भेजेंगे। तब कहीं जाकर आपका प्रमाण पत्र जनसेवा केंद्र से मिलेगा। यह सुनने में आपको अजीब लग रहा होगा, पर वर्तमान में उनके हस्ताक्षर देख ऐसा ही लग रहा है। यहां चार वर्ष पूर्व मृतक एडीओ पंचायत के हस्ताक्षर व मोहर से आज भी जनसेवा केंद्र को जन्म व मृत्यु प्रमाण पत्र निर्गत किया जा रहा है।
अनियमितताओं और भ्रष्टाचार के क्रम में खंड विकास कार्यालय रानीपुर की यह एक और बड़ी उपलब्धि है। पूरे कुएं में ही भांग पड़ी हुई है। जिन पर जिम्मेदारी कि कहीं विकास कार्यों में कुछ गलत न हो, जिन अधिकारियों पर है लोगों का भरोसा, वे इस तरह का खेल-खेलते हैं कि सुनकर दिमाग सन्न रह जाए। मजे की बात यह है कि यहां समीक्षा अधिकारी का कार्यभार संभालने वाले एडीओ पंचायत अशोक कुमार राय का पांच वर्ष पूर्व वित्तीय वर्ष 2013-14 में रानीपुर ब्लाक से मुहम्मदाबाद गोहना ब्लाक के लिए स्थानांतरण हो चुका था, वहां सर्विस के दौरान उनकी मृत्यु हो गई। उस समय जन्म व मृत्यु का प्रमाण पत्र स्वास्थ्य विभाग से मिलता था लेकिन जुलाई-अगस्त 2015 से आनलाइन आवेदन करने पर मिलने लगा। तब से पंचायती राज विभाग के एडीओ पद पर रहे मृतक अशोक कुमार राय के नाम का हस्ताक्षर व डोंगल ही चल रहा है। इसके पीछे भी ब्लाक के कलाकार अधिकारियों की कहीं सोची-समझी रणनीति तो नहीं, लोग सवाल उठा रहे हैं।
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