एंबुलेंसकर्मियों ने सीएमओ को सौंपी चाभी, लखनऊ धरने में होंगे शामिल
जागरण संवाददाता मऊ विभिन्न मांगों को लेकर अड़े एंबुलेंस कर्मियों ने धरना के पांचवें दिन
जागरण संवाददाता, मऊ : विभिन्न मांगों को लेकर अड़े एंबुलेंस कर्मियों ने धरना के पांचवें दिन मांगों को पूरा नहीं होते देख गुरुवार को सभी 53 एंबुलेंस की चाभी सीएमओ डा. एसएन दूबे को सौंप दी। वहीं लखनऊ धरने में शामिल होने की तैयारी में जुट गए। दूसरी ओर इन्हें जाने से रोकने के लिए प्रशासन इनके ठिकानों पर छापेमारी कर रहा है। बुधवार तक मात्र 11 एंबुलेंस ही चलने से लोगों को हो रही परेशानी को देखते हुए विभाग ने गुरुवार को नए चालकों को लगाकर सभी एंबुलेंस को स्वास्थ्य सेवा में लगा दिया।
एंबुलेंसकर्मी 25 जुलाई से अपनी छह सूत्रीय मांगों को लेकर जिला मुख्यालय पर प्रदर्शन कर रहे थे। तीसरे दिन कर्मियों ने चार गाड़ियों को छोड़कर बाकी को कोपागंज के बापू इंटर कालेज में खड़ी कर दिया। मंगलवार की रात को प्रशासन ने सभी गाड़ियों को सीएमओ कार्यालय में खड़ी करा दिया था। वहीं कार्रवाई करते हुए सात कर्मियों को कंपनी ने बर्खास्त कर दिया था। बुधवार को सेवा प्रदाता कंपनी जीवीकेइएमआरआइ से मांगों को लेकर बात नही बन सकी। एंबुलेंस कर्मियों की मांग विभाग से नहीं बल्कि सेवा प्रदाता कंपनी से है। गाड़ियों के नहीं चलने से स्वास्थ्य सेवाएं प्रभावित हो रही थीं। ऐसे में विभाग की प्राथमिकता थी कि सभी गाड़ी कार्य पर लौटे। अब नए चालकों से एंबुलेंस कार्य में लग गए है।
- डा. एसएन दूबे, मुख्य चिकित्साधिकारी ------------
मजदूर के इलाज में लापरवाही, अधिवक्ताओं का प्रदर्शन
जागरण संवाददाता, मऊ : नगर कोतवाली के एक निजी नर्सिंग होम के चिकित्सक पर घायल मजदूर के इलाज में लापरवाही के बाद गुरुवार को अधिवक्ताओं ने चिकित्सक के चेंबर में प्रदर्शन किया। प्रदर्शन के बाद डा. केसी राय से 30 हजार रुपए वापस कराया। वहीं घायल को अस्पताल से रेफर कर दूसरे अस्पताल में भर्ती कराया गया।
प्रदर्शन कर रहे अधिवक्ताओं ने कहा कि दस दिन पूर्व हरियाणा निवासी मजदूर साहिल गाजीपुर के कासिमाबाद के पास फोरलेन पर कार्य करते समय गंभीर रूप से घायल हो गया था। ठेकेदार ने घायल को आनन फानन में वंदना नर्सिंग होम में भर्ती कराया। जहां चिकित्सक ने आपरेशन की बात कही और तत्काल छह यूनिट खून की मांग की। यह बात जब अधिवक्ताओं को पता चली तो आधा दर्जन लोग अस्पताल पहुंचे। खून देकर आर्थिक मदद भी की। दस दिन तक मरीज को भर्ती करने के बाद भी उसका सही से इलाज नहीं किया गया। गुरुवार को अचानक गंभीर केस बताकर मरीज को ले जाने को कहा गया। प्रदर्शन करने वालों में अधिवक्ता अखंड प्रकाश पांडेय, विवेक सिंह, हिमांशु पांडेय, रविन्द्र यादव, अजय यादव, जफरयाब खां, विवेक यादव, धनंजय यादव आदि थे।