पांच करोड़ निगलने वाली टाप 25 ग्राम पंचायतों की जांच करेगी प्रशासनिक टीम
दिसंबर माह में पांच करोड़ रुपये निकालने वाली सर्वाधिक भुगतान वाली टाप 25 गांवों की जांच अब प्रशासनिक टीम भी करेगी। हालांकि इसके पूर्व मंडलायुक्त आजमगढ़ विजय विश्वास पंत के आदेश पर उप निदेशक पंचायत राज के नेतृत्व में टीएसी भी जांच के लिए गठित है।
जागरण संवाददाता, मऊ : दिसंबर माह में पांच करोड़ रुपये निकालने वाली सर्वाधिक भुगतान वाली टाप 25 गांवों की जांच अब प्रशासनिक टीम भी करेगी। हालांकि इसके पूर्व मंडलायुक्त आजमगढ़ विजय विश्वास पंत के आदेश पर उप निदेशक पंचायत राज के नेतृत्व में टीएसी भी जांच के लिए गठित है। एक-एक ग्राम पंचायतों की जांच के लिए चार से पांच टीमें लगी हुई हैं। जबकि अभी तक एक भी जांच टीम का रिजल्ट नहीं आया है।
कार्यकाल खत्म होने से पूर्व ग्रामीण विकास के धन का अनियमित भुगतान करने वाली ग्राम पंचायतों ने दिसंबर माह में बिना स्टीमेट व एमबी यानि मेजरमेंट बुक तैयार किए धडल्ले से 14वें व राज्यवित्त की धनराशि का भुगतान किया गया। इसका संज्ञान लेते हुए मंडलायुक्त विजय विश्वास पंत ने आजमगढ़ मंडल के आजमगढ़, बलिया व मऊ जनपद में टीएसी जांच लगा दी है। मंडलीय उपनिदेशक पंचायती राज की अध्यक्षता में सहायक लेखाधिकारी ग्राम्य विकास विभाग एवं प्राविधिक परीक्षक ग्राम्य विकास सबसे अधिक भुगतान करने वाली ग्राम पंचायतों की जांच करेंगे। पहले टीएसी टीम के 23 जनवरी को जनपद में आने की सूचना थी, अब टीम 29-30 को आएगी। वहीं दिसंबर माह में ही इस मामले में जिलाधिकारी ने जनपद में प्रति क्लस्टर वार जांच टीमें गठित की हैं। टीमें जांच भी कर रही है। दूसरी तरफ ब्लाकों की टीम भी ग्राम पंचायतों में एक-एक काम देख रही है। ऐसे में एक बार फिर जिला पंचायत राज विभाग द्वारा सर्वाधिक धनराशि निकालने वाली टाप 25 गांवों के लिए जनपदीय अधिकारियों के साथ तकनीकी विशेषज्ञों की टीम गठित की है। इनसेट--
कहीं जांच के नाम धनउगाही तो नहीं
ग्राम पंचायतों में हुई अनियमितता को लेकर मंडलायुक्त ने टीएसी जांच बैठा दी है पर इसके पूर्व ही नोडल अधिकारी मुकेश मेश्राम के आदेश पर मऊ जनपद के सभी 675 ग्राम पंचायतों की जांच चल रही है। हकीकत यह है कि जांच के नाम पर धडल्ले से धनउगाही हो रही है। जिलाधिकारी अमित सिंह बंसल ने सभी 40 जांच टीमों को 11 जनवरी तक मुख्य विकास अधिकारी के यहां रिपोर्ट जमा करने के आदेश दिए थे परंतु आज तक चंद ग्राम पंचायतों को छोड़कर किसी की रिपोर्ट अभी तक जमा नहीं हुई है। जांच के नाम पर टीमें समय काटते हुए धनउगाही में मस्त हैं। बस जांच के लिए टीमें ही गठित की जा रही हैं। वर्जन--
एक से 31 दिसंबर के बीच जनपद की 25 ग्राम पंचायतों ने सर्वाधिक निकाला है। इन गांवों की जांच के लिए मंडलायुक्त के निर्देश पर टीएसी गठित है, फिर भी जनपद की टीम भी इन गांवों की जांच करेगी। इसके लिए अधिकारियों व तकनीकी विशेषज्ञों की टीम लगाई जा रही है।
- घनश्याम सागर, डीपीआरओ।