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एक्सप्रेस-वे के लिए सार्वजनिक जमीनों से हुई थी मिट्टी की खोदाई

जागरण संवाददाता, नौसेमरघाट (मऊ) : बेसहारा पशुओं के लिए आरक्षित चरागाह की जमीन पर पूर्वांचल एक्सप्रेस

By JagranEdited By: Published: Wed, 18 May 2022 04:00 AM (IST)Updated: Wed, 18 May 2022 04:00 AM (IST)
एक्सप्रेस-वे के लिए सार्वजनिक जमीनों से हुई थी मिट्टी की खोदाई
एक्सप्रेस-वे के लिए सार्वजनिक जमीनों से हुई थी मिट्टी की खोदाई

जागरण संवाददाता, नौसेमरघाट (मऊ) : बेसहारा पशुओं के लिए आरक्षित चरागाह की जमीन पर पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे के लिए हुई खोदाई को पोखरा दिखाकर मनरेगा से ताजपुर पतिला ग्राम पंचायत ने भुगतान करा लिया। यह अनियमितता मिलने पर विकास खंड परदहा की लगभग एक दर्जन ग्राम पंचायतें जांच के जद में आ गई हैं। मंगलवार को खंड विकास अधिकारी धीरेश कुमार गुप्ता ने वित्तीय वर्ष 2018-19, 2019-20 के अभिलेख तलब कर लिए। सदर तहसील से लगायत ब्लाक कार्यालय तक खलबली मची रही। उधर, ब्लाक के कई कर्मचारियों की तबीयत खराब होने की सूचना है। गाजीपुर के हैदरिया से लखनऊ के लिए 2018-19 में निर्माणाधीन एक्सप्रेस-वे के लिए ताजपुर पतिला, सुअराबोझ उस्मानपुर, खरगजेपुर, पिजड़ा, बगली, कहिनौर, पिपरीड़ीह, ओन्हाइच, अहिलाद, इटौरा, पनियरा, सलाहाबाद, हरपुर ग्राम पंचायतों से बड़े पैमाने पर मिट्टी खरीदी गई। इसमें पोखरे व सरकारी भूमि से जेसीबी, पोकलेन से मिट्टी खोदाई कर डंफर से ढुलाई हुई। इसमें ताजपुर पतिला ग्राम पंचायत के लगभग तीन हेक्टेयर के चरागाह की जमीन से हुई मिट्टी की खोदाई को ग्राम पंचायत ने पोखरा दिखाकर लाखों का भुगतान कराया। दो वर्ष बाद अनियमितता मिलने के बाद विकास खंड से लेकर तहसील प्रशासन में खलबली मची है। शासनादेश के विरुद्ध चरागाह की जमीन पर पोखरा खोदाई मद में लाखों के खेल के बाद अधिकारी-कर्मचारी सकते में आ गए हैं। खंड विकास अधिकारी ने एक-एक ग्राम पंचायतों के अभिलेख की जांच की। कितने ग्राम पंचायतों में मिट्टी खोदी गई व ऐसे कितने पोखरो पर भुगतान हुआ, सभी अभिलेख खंगाले गए। इस अनियमितता की धमक विकास भवन तक पहुंच चुकी है।

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एसडीएम ने लेखपाल-कानूनगो से तलब की रिपोर्ट

चरागाह की जमीन से एक्सप्रेस-वे निर्माण के लिए मिट्टी व ग्राम पंचायत द्वारा पोखरा दिखाकर मनरेगा से की गई अनियमितता को सदर तहसील प्रशासन ने गंभीरता से लिया है। एसडीएम हेमंत चौधरी ने गांव के लेखपाल व संबंधित कानूनगो से रिपोर्ट तलब की है। पूछा है कि क्या मिट्टी खोदाई के लिए तहसील प्रशासन से अनुमति ली गई थी या नहीं। एसडीएम ने मुआयना कर दो दिन के अंदर रिपोर्ट मांगा है।

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इस पूरे प्रकरण की बिदुवार जांच कराई जा रही है। एक-एक अभिलेख को मैं खुद देख रहा हूं। अनियमितता जिस स्तर तक हुई हो इसमें लिप्त किसी को भी बख्शा नहीं जाएगा। जल्द ही पूरी रिपोर्ट अपने उच्चाधिकारी को सौंपी जाएगी।

- धीरेश कुमार गुप्ता, बीडीओ, परदहा।


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