90 प्रवासी श्रमिक खोद रहे पोखरा
जासं घोसी (मऊ) एक तरफ शासन प्रवासी श्रमिकों के लिए रोजगार की व्यवस्था करने को नीति बना रहा है तो दूसरी ओर बड़रांव ब्लाक अंतर्गत बड़रांव ग्राम पंचायत की प्रधान प्रेमबदा राय ने गांव में बाहर से आए 90 प्रवासी श्रमिकों को मनरेगा के तहत काम प्रदान कर नजीर कायम किया है। दरअसल प्रवासी श्रमिकों की आर्थिक स्थिति पहले से ही खराब थी। इस बीच गांव का पुरवा खोंहाचंवर हाट स्पाट घोषित कर दिया गया। ऐसे में हालत बदतर हो गए। हाट स्पाट की श्रेणी हटते ही इन श्रमिकों को रोजगार से जोड़ने के लिए ग्राम प्रधान श्रीमती राय ने खोंहाचंवर में प्रस्तावित पोखरे की खोदाई का कार्य प्रारंभ कराया। उन्होंने जाबकार्ड से वंचित प्रवासी श्रमिकों के लिए जाबकार्ड निर्गत कराया। जाबकार्ड की व्यवस्था होते ही पोखरे की खोदाई प्रारंभ होने पर कुल 165 श्रमिकों को रोजगार मिला। उल्लेखनीय यह कि इनमें से 90 श्रमिक प्रवासी हैं। प्रधान श्रीमती राय ने आगे भी इनके लिए मनरेगा के तहत रोजगार की व्यवस्था का आश्वासन दिया है।
जासं, घोसी (मऊ) : एक तरफ शासन प्रवासी श्रमिकों के लिए रोजगार की व्यवस्था करने को नीति बना रहा है तो दूसरी ओर बड़रांव ब्लाक अंतर्गत बड़रांव ग्राम पंचायत की प्रधान प्रेमबदा राय ने गांव में बाहर से आए 90 प्रवासी श्रमिकों को मनरेगा के तहत काम प्रदान कर नजीर कायम किया है। दरअसल प्रवासी श्रमिकों की आर्थिक स्थिति पहले से ही खराब थी। इस बीच गांव का पुरवा खोंहाचंवर हॉट स्पॉट घोषित कर दिया गया। ऐसे में हालत बदतर हो गए। हॉटस्पॉट की श्रेणी हटते ही इन श्रमिकों को रोजगार से जोड़ने के लिए ग्राम प्रधान श्रीमती राय ने खोंहाचंवर में प्रस्तावित पोखरे की खोदाई का कार्य प्रारंभ कराया। उन्होंने जाबकार्ड से वंचित प्रवासी श्रमिकों के लिए जाबकार्ड निर्गत कराया। जाबकार्ड की व्यवस्था होते ही पोखरे की खोदाई प्रारंभ होने पर कुल 165 श्रमिकों को रोजगार मिला। उल्लेखनीय यह कि इनमें से 90 श्रमिक प्रवासी हैं। प्रधान श्रीमती राय ने आगे भी इनके लिए मनरेगा के तहत रोजगार की व्यवस्था का आश्वासन दिया है।