67.5 लाख का घोटाला, लेखाकार सहित तीन ठेकेदारों पर एफआइआर
जागरण संवाददाता मऊ जिला पंचायत की छह सड़कों पर बिना काम कराए 67.5 लाख रुपये गबन करन
जागरण संवाददाता, मऊ : जिला पंचायत की छह सड़कों पर बिना काम कराए 67.5 लाख रुपये गबन करने का मामला प्रकाश में आया है। लेखाकार ने अपर मुख्य अधिकारी के फर्जी हस्ताक्षर से फर्म के खाते में धनराशि का भुगतान कर दिया। जब जांच में मामला पकड़ में आया तो अपर मुख्य अधिकारी अरविद कुमार आनंद ने तत्कालीन लेखाकार जयप्रकाश मिश्र, ठेकेदार विपुल राय, प्रेमचंद यादव व मेसर्स विनय कंस्ट्रक्शन के विनय कुमार सिंह के विरुद्ध नगर कोतवाली में एफआइआर दर्ज कराई है।
वित्तीय वर्ष 2015-16 में लखनी मुबारकपुर की सड़क के अवशेष भाग का कागजों में मरम्मत कर दो बार फर्जी भुगतान किया गया। इसी तरह मधुबन मार्ग से शंभू यादव के घर तक सड़क का लेपन मरम्मत, मधुबन शहीद मार्ग से शंभू यादव के घर तक मरम्मत कार्य, पाउस गांव में सड़क मरम्मत का दो बार केवल कागजों में काम किया गया। जिला पंचायत की कुल छह सड़कों का बिना काम कराए तत्कालीन लेखाधिकारी ने अपने चहेते ठेकेदारों की फर्म के खाते में 17 अप्रैल 2021 को 67 लाख 57001 रुपये का अपर मुख्य अधिकारी का फर्जी हस्ताक्षर बना नियम विरुद्ध तरीके से डोंगल का दुरु पयोग करते हुए भुगतान कर दिया गया। अगस्त माह की शुरूआत में यह मामला पकड़ में आया तो जिला पंचायत में खलबली मच गई। जब भुगतान की जांच की गई तो मिला कि इसमें अपर मुख्य अधिकारी का हस्ताक्षर फर्जी है। इतने बड़े गबन को लेकर अपर मुख्य अधिकारी ने सात-आठ अगस्त को नगर कोतवाली में तत्कालीन लेखाकार सहित तीन ठेकेदारों के विरुद्ध गबन का मुकदमा दर्ज कराया है। प्रभारी निरीक्षक नगर कोतवाली डीके श्रीवास्तव ने बताया अपर मुख्य अधिकारी की तहरीर पर लेखाकार सहित ठेकेदारों पर सरकारी धनराशि के गबन की धाराओं में मुकदमा दर्ज कर अग्रिम कार्रवाई की जा रही है।