खोजी अभियान में 202 मिले संदिग्ध, आधा दर्जन कुष्ठ रोगी
जागरण संवाददाता मऊ राष्ट्रीय कुष्ठ उन्मूलन कार्यक्रम के तहत सोमवार को मुख्य चिकित्सा अधिक
जागरण संवाददाता, मऊ : राष्ट्रीय कुष्ठ उन्मूलन कार्यक्रम के तहत सोमवार को मुख्य चिकित्सा अधिकारी कार्यालय सभागार में जिला कुष्ठ समिति की बैठक हुई। इस दौरान सीएमओ ने जिले के 47 कुष्ठ रोग से मुक्त हो चुके रोगियों और उनके पुनर्वास पर पूरी जानकारी ली। उन्होंने बताया कि कुष्ठ रोगियों की नियमित दवा और देखभाल के चलते इस वर्ष कुष्ठ रोग का कोई रोगी नहीं मिला है। सीएमओ ने भविष्य के कुष्ठ रोग खोजी स्पर्श कुष्ठ जागरुकता अभियान और पखवाड़ा के संदर्भ में दिशा-निर्देश दिया।
सीएमओ ने कहा कि कुष्ठ रोग एमडीटी द्वारा पूरी तरह से ठीक हो जाता है। इलाज में देरी से विकलांगता हो सकती है। कुष्ठ रोग होने या उसके लक्षण मिलने पर शीघ्र पास के स्वास्थ्य केंद्र पर तुरंत संपर्क करें। कुष्ठ रोग की दवा स्वास्थ्य केंद्र पर निश्शुल्क उपलब्ध है। जिला कुष्ठ रोग अधिकारी और नोडल डा. श्रवण कुमार ने कहा कि इस बार चले कुष्ठ रोगी खोजी अभियान में कुल 202 संदिग्ध मिले। इनकी जांच में छह व्यक्तियों में कुष्ठ रोग की पुष्टता के लक्षण मिले। कुष्ठ रोगियों की पहचान में शरीर की चमड़ी पर हल्के रंग का समतल या उभरा हुआ चकत्ता बताया। इसके अलावा चमड़ी का वह भाग जिसमें सुन्न हो, हाथ पैर की नसों में मोटा पर सूजन या झनझनाहट चकत्ता जिसमें पसीना न आता हो, हाथ पैर के तलवे में सुन्नपन, हाथ पैर में अपने आप छालों का पड़ना आदि लक्षण है। जिला कुष्ठ रोग परामर्शदाता डा. कृष्णा यादव ने बताया कि कुष्ठ रोग से डरना नहीं चाहिए। कुष्ठ रोगियों के साथ समान रोगियों की तरह व्यवहार रखना चाहिए। यह छूने से नहीं फैलता है।