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ब्रज में यमुना में जल न आने पर जाएंगे सुप्रीम कोर्ट

जागरण संवाददाता, वृंदावन : यमुना शुद्धिकरण को आंदोलनरत यमुना रक्षक दल ने रविवार को बैठक कर केंद्र सर

By JagranEdited By: Published: Sun, 15 Apr 2018 11:31 PM (IST)Updated: Sun, 15 Apr 2018 11:31 PM (IST)
ब्रज में यमुना में जल न आने पर जाएंगे सुप्रीम कोर्ट
ब्रज में यमुना में जल न आने पर जाएंगे सुप्रीम कोर्ट

जागरण संवाददाता, वृंदावन : यमुना शुद्धिकरण को आंदोलनरत यमुना रक्षक दल ने रविवार को बैठक कर केंद्र सरकार को यमुना जल बंटवारे पर हुए पुराने समझौते को रद्द कर नए सिरे से जल बंटवारा करने की मांग की। चेतावनी दी है कि अगर समय रहते केंद्र ने उनकी बातों पर अमल नहीं किया तो सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाया जाएगा।

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परिक्रमा मार्ग स्थित गो¨वद मठ में रविवार को आयोजित बैठक में यमुना रक्षक दल के राष्ट्रीय अध्यक्ष संत जयकृष्ण दास ने कहा कि यमुना जल बंटवारे को लेकर 1994 में दिल्ली, हरियाणा, पंजाब, उप्र, उत्तराखंड के बीच जो समझौता हुआ था, उस समझौते के तहत यमुना को हथिनी कुंड पर बंधक बनाकर रख दिया है। ऐसे में ब्रज के हिस्से का यमुना जल यहां तक नहीं पहुंच पाता। उन्होंने उक्त समझौते को रद्द करने की मांग की है। हरियाणा के पूर्व पुलिस महानिदेशक शील माथुर ने कहा कि यमुना शुद्धिकरण और ब्रज में शुद्ध जल पहुंचाने के मुद्दे पर वे हर कदम पर साथ चलने को तैयार हैं। फरीदाबाद के पहले महापौर सूबेदार सुमन ने भी ब्रज के हिस्से का यमुना जल ब्रज में पहुंचाए जाने की मांग उठाई। इस दौरान उदयन शर्मा, श्रीदास प्रजापति, आचार्य बद्रीश, जगपाल चौधरी, साध्वी गीता, जगदम्बा ¨सह, सौरभ गौड़, श्यामसुंदर तिवारी, जितेंद्र तिवारी, अवधेश ¨सह, प्रताप चौधरी, विष्णु शर्मा, सोहनलाल आचार्य, माधव चौहान मौजूद रहे।


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