टंकी से एक दशक में एक बूंद पानी भी नहीं मिला
जर्जर पड़ा मुख्य मार्ग, सीवर लाइन भी नहीं, पार्को बने तालाब
मथुरा, जासं। नगर निगम के वार्ड 45 में मुख्य मार्ग जर्जर है। ओवरहैड टैंक का निर्माण एक दशक पूर्व हुआ था, लेकिन आज तक पानी की सप्लाई तक शुरू नहीं हुई है। टैंक के परिसर में गंदगी का ढेर लगा हुआ है। निर्माण में घपले की आशंका के बीच जनता भी चाहती है कि इसको गिरा दिया जाए तो ज्यादा अच्छा है। वार्ड की कॉलोनियों के पार्क तालाब बने हुए हैं। यहां गंदगी पसरी पड़ी है।
वार्ड 45 में द्वारिकापुरी, अग्रसेन नगर, प्रोफेसर कॉलोनी, मंशापुरी, आनंदपुरी, जमुना नगर, प्रभारत नगर, कृष्ण विहार फेस वन, टू और थ्री आदि कॉलोनियां आती हैं। इनके बीच से गुजर रहे बीएसए कॉलेज-हाईवे संपर्क मार्ग जर्जर है। यहां सीवर लाइन डाले जाने की भी जरूरत है। मथुरा वृंदावन विकास प्राधिकरण भी हालात से वाकिफ है।
वार्ड में 16 पार्क
वार्ड के पार्क कचरा, पशुशाला और पोखर बने हुए हैं। यही कारण हैं कि क्षेत्रीय जनता को निगम की स्वच्छता का गणित समझ नहीं आ रहा है। हालांकि कृष्णा विहार में एक पार्क का सुंदरीकरण कार्य जारी है।
गिरा दें टंकी को
कृष्णा विहार में करीब एक दशक पहले टंकी का निर्माण आवास विकास परिषद ने कराया था, मगर अभी तक इससे सप्लाई शुरू नहीं हो सकी। घटिया स्तर की टंकी के निर्माण कार्य हुए गोलमाल की जांच तक नहीं हुई है। जनता अब इसे गिराने की मांग कर रही है।
सांसद और विधायक निधि से करीब 50 हजार की आबादी के वाले वार्ड में विकास कार्यों पर फूटी कौड़ी खर्च न किए जाने की टीस क्षेत्रीय जनता में हैं।
नहीं बने शौचालय
स्वच्छ भारत मिशन (नगरीय) में शौचालयों का निर्माण इस वार्ड नहीं कराया गया है। कंकाली टीले पर एक सार्वजनिक शौचालय के निर्माण को नगर निगम से मंजूर मिल तो गई थी, लेकिन पुरातत्व विभाग ने संरक्षित क्षेत्र होने के कारण निर्माण कार्य पर रोक लगा दी। सीवर लाइन की भी मांग लोग कर रहे हैं।
करीब एक दशक से समस्याएं झेलते चले आ रहे थे। अब आकर राहत मिली है। हमारी सड़क भी ठीक हो गई और पार्क में कार्य चल रहा है। अंजना अग्रवाल बीएसए कॉलेज के पास पुलिया है। इसमें पांच नाले मिला दिए गए है। अगर, नालों को अलग करके चौड़ा कर दिया जाए तो वर्षा के जलभराव से छुटकारा मिल जाएगा।
कामना दीक्षित गली की मरम्मत का प्रस्ताव हो गया है, लेकिन पानी की निकासी को लेकर आपस में ही मतभेद बने हुए हैं। इसलिए कार्य शुरू नहीं हो पा रहा है।
सुशील कौशिक 200 लाख रुपये से अधिक की लागत से गलियों में इंटरलॉ¨कग, पुलिया और नाली का निर्माण कार्य कराया गया है। 40 फीसद वार्ड में स्ट्रीट लाइट लगाईं गई। छह सौ परिवारों के यहां पाइप लाइन डालकर पानी पहुंचाया। तीन सौ लोगों के राशन कार्ड बनवाए हैं, जबकि दो सौ लोगों को उज्ज्वला योजना का लाभ दिलाया। डेढ़ सौ से अधिक श्रमिकों का पंजीकरण कराया है। सीवर लाइन, मुख्य सड़क के निर्माण और अन्य कार्यों की नगर निगम का प्रस्ताव भी दिए हैं।
तिलकवीर ¨सह, पार्षद