दूसरे दिन 29 इकाइयों का कटा बिजली-पानी कनेक्शन
जागरण संवाददाता, मथुरा: राष्ट्रीय हरित अधिकरण (एनजीटी) के आदेश पर जिला व पुलिस प्रशासन ने संयुक्त रू
जागरण संवाददाता, मथुरा: राष्ट्रीय हरित अधिकरण (एनजीटी) के आदेश पर जिला व पुलिस प्रशासन ने संयुक्त रूप से दूसरे दिन भी आबादी क्षेत्र में चल रही प्रदूषणकारी चांदी इकाइयों के बिजली-पानी के कनेक्शन कटवा दिए। अब तक 66 इकाइयों के कनेक्शन काट दिए गए हैं। कार्रवाई मंगलवार को भी होगी।
एनजीटी में यमुना प्रदूषण पर गोपेश्वर नाथ चतुर्वेदी और कांता नाथ चतुर्वेदी की याचिकाओं पर सुनवाई चल रही है। पिछली सुनवाई ने एनजीटी ने आबादी क्षेत्र में चल रही प्रदूषणकारी चांदी इकाइयों के बिजली-पानी के कनेक्शन काटने के आदेश किए थे। इसके अनुपालन में अपर जिलाधिकारी (वित्त) रवींद्र कुमार और सिटी मजिस्ट्रेट बसंत अग्रवाल के नेतृत्व में नगर निगम, बिजली विभाग और प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड की टीमों ने पुलिस की मौजूदगी में रविवार को 37 कनेक्शन विच्छेदित किए तो सोमवार को 29 इकाइयों का संचालन बंद करा दिया।
टीम ने सरस्वती कुंड, चामुंडा कालोनी, चौक बाजार, मंडी रामदास, कच्ची सड़क, महोली रोड, छगन पुरा, जनरल गंज, गली पातीराम, अर्जुन पुरा, डीग गेट आदि में अभियान चलाया। वाइब्रेटर, ढोल, निकिल प्लांट आदि की चल रही इकाइयों के विद्युत एवं पेयजल कनेक्शन विच्छेदित करा दिए। इस दौरान 29 इकाइयों के संचालक पहले से ही अपना कामकाज बंद करके बैठे हुए मिले।
एनजीटी ने आबादी क्षेत्र से उद्योगों को शहर बाहर करने का आदेश दिया है। जिला प्रशासन को भी उन्हें सुरक्षित जगह मुहैया कराने के आदेश दिए हैं। जिला प्रशासन को अगली सुनवाई में क्लो¨जग रिपोर्ट लगानी है। इस बीच प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के क्षेत्रीय अधिकारी की ओर से याची कांता नाथ चतुर्वेदी को पत्र भेजकर शहर में चल रही वैध-अवैध इकाइयों के नाम व पते मांगे गए हैं। याची कांता नाथ का कहना है कि वह पहले ही एनजीटी में 120 से ज्यादा अवैध इकाइयों के नाम-पते लिखकर दाखिल कर चुके हैं। जिला प्रशासन को समस्त इकाइयों के खिलाफ कार्रवाई करनी चाहिए।
प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के क्षेत्रीय अधिकारी डॉ. अर¨वद कुमार ने बताया है कि अब तक दो दिन में 66 उद्योगों के खिलाफ कार्रवाई की गई है। मंगलवार को भी अभियान जारी रहेगा।