रंगीन खाद्य सामग्री का जायका होली को कर न दे बदरंग
कचरी तेल और मसालों में हो रही मिलावटसाफ सफाई पर विक्रेता नहीं दे रहे ध्यान
जागरण संवाददाता, मथुरा : पकवान और नमकीन का जायका लेने से पहले से थोड़ा संभल जाएं। ये होली के रंग को बदरंग कर सकता है। मोटे मुनाफे को मिलावटखोरों ने मिलावटी खाद्य सामग्री बाजार में उतार दी है। कचरी, तेल और मसालों में मिलावट पाई जा रही है। खाद्य सामग्री के नमूनों की जांच रिपोर्ट चौंकाने वाली है।
रंग-बिरंगी चांदी वर्क में लिपटी मिठाइयां, रंगीन कचरी (चिप्स, पापड़, पास्ता आदि) का बाजार सज चुका है।दूध और मावा खरीदने के लिए विक्रेताओं ने ऑर्डर उपभोक्ता दे रहे हैं। कचरी की मांग बाजार में इन दिनों सर्वाधिक है। इसमें मिलाए गए रंग और सामग्री की क्वालिटी ठीक नहीं है। चावल और मैदा से निर्मित कचरी की बाजार में कीमत बीस से तीस फीसद कम हैं। यहीं से इसकी गुणवत्ता संदेह के घेरे में आई। खाद्य सुरक्षा और औषधि विभाग ने इस मामले को लेकर कार्रवाई भी की है। जांच के लिए नमूना भेजा है। विभाग को भी कचरी में मिलावट की आशंका है।