कोसीकलां में छिपे दो बांग्लादेशी युवक गिरफ्तार
यूपी में एनआरसी (नेशनल सिटीजन रजिस्टर) लागू किए जाने के साथ अवैध तरीके से निवास कर रहे बांग्लादेशी और रोहिग्या नागिरकों को बाहर किए जाने को लेकर उनकी गिरफ्तारियां की जा रही है। रविवार रात को लोकल इंटेलीजेंस यूनिट की मदद से कोसीकलां पुलिस ने ईदगाह इलाके में एक बाड़े में शरण लिए दो बांग्लादेशी नागरिक गिरफ्तार किया है। दोनों करीब दो साल पहले बांग्लादेश से कोलकाता के रास्ते से भारत आए थे। करीब ढाई माह पहले कोसीकलां में छिपने के लिए आए हुए थे।
मथुरा: रविवार रात पुलिस ने करीब ढाई माह से कोसीकलां में छिपकर रह रहे दो बांग्लादेशी युवकों को गिरफ्तार किया है। दोनों कबाड़ के बाड़े में झोपड़ी डालकर रह रहे थे।
एसएसपी शलभ माथुर ने बताया कि दोनों ने अपने नाम तूहीर शेख पुत्र फारुख शेख निवासी गांव सीधीपाशा थाना ओभाई नगर जिला जसर और दिलीप मंडल पुत्र गणेश मंडल निवासी गांव लोदीपुर थाना जिला शतकीरा खुलना बांग्लादेश बताए। दोनों करीब दो साल पहले कोलकाता के रास्ते भारत आए थे। कुछ दिन कोलकाता में रहने के बाद दिल्ली पहुंचे, फिर हरियाणा में रहने लगे। करीब ढाई माह पहले वह कोसीकलां में आए थे। दोनों कबाड़ बीनने का काम करते हैं। दोनों के बारे में अभी किसी अवांछनीय कार्यों में संलिप्तता की जानकारी नहीं मिली है। तलाशी में एक के पास से एक भारतीय पैनकार्ड, छह सौ रुपये, घड़ी और दूसरे से एक मोबाइल फोन बरामद किया गया है। एसएसपी ने बताया कि दोनों के खिलाफ 14 विदेशी अधिनियम 1946 और धारा 420, 467, 468, 471 आइपीसी में मुकदमा दर्ज किया गया है। गिरफ्तारी में ये रहे शामिल
स्थानीय खुफिया इकाई के एसआइ महेंद्र सिंह और कांस्टेबल अभिनव यादव, अजय पाल तोमर और सुशील कुमार।
डेढ़ साल में 152 गिरफ्तार हुए
कान्हा की नगरी बांग्लादेशियों की बड़ी शरणस्थली के रूप में सामने आई है। अब तक 152 बांग्लादेशी नागरिक अवैध रूप से रहते हुए गिरफ्तार किए गए। ये गिरफ्तारी करीब डेढ़ साल में हुई हैं। कोसीकलां के पहले मथुरा टाउनशिप, बरारी, औरंगाबाद, सराय आजमाबाद, लक्ष्मीनगर, कोसीकलां, शेरगढ़, राया, सौंख रोड, पालीखेड़ा में झुग्गी झोपड़ी में ये बांग्लादेशी रह रहे थे। -
रोहिग्या नागरिक ने खरीदी थी जमीन
बड़ी संख्या में बांग्लादेशी नागरिक की गिरफ्तारी के साथ ही पुलिस ने सदर बाजार क्षेत्र के औरंगाबाद में 2017 में रोहिग्या नागरिक मोहम्मद सादिक को गिरफ्तार किया था। उसने यहां पर जमीन खरीदने के साथ ही पासपोर्ट बनवाने को आवेदन भी किया था।