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होली के रसिया की तान पर मगन राजाधिराज का आंगन

ठाकुर द्वारिकाधीशजी के साज के संग बाज रही ढप भक्त कर रहे नृत्य उत्साह और उमंग का माहौल

By JagranEdited By: Published: Sat, 23 Feb 2019 12:17 AM (IST)Updated: Sat, 23 Feb 2019 12:17 AM (IST)
होली के रसिया की तान पर मगन राजाधिराज का आंगन
होली के रसिया की तान पर मगन राजाधिराज का आंगन

मथुरा, जासं। ठाकुर द्वारिकाधीशजी का आंगन में होली के रसिया की तान छिड़ी हुई है।

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शुक्रवार को सुबह 10 से 11 बजे श्रीकृष्ण राधा के निश्छल प्रेम पर परंपरागत होली के रसिया का गायन हुआ। मंदिर के पट खुलने से लेकर बंद होने तक दर्शन करने के लिए पहुंच रहे भक्त भी होली के रसिया की धुन पर ठाकुरजी की भक्ति से सराबोर होकर नृत्य कर रहे थे।

शहर में ठाकुर द्वारिकाधीश मंदिर अपने सांस्कृतिक वैभव कला और सौंदर्य के लिए अनुपम है। माघ पूर्णिमा को मंदिर में होली का डांढ़ा लगाया गया और उसके दूसरे दिन से रसिया गायन शुरू हो गया। द्वारकेश मंडल रसिया गायन कर रहा है। साजे-बाजे के साथ ढप बज रही है। मजीरा की धुन कर्ण प्रिय है। राजाधिराज द्वारिकाधीश महाराज के विग्रह के दर्शन कर श्रद्धालु होली के रसिया की मस्ती में झूम-झूम कर आनंद ले रहे हैं। ऐसी होरी में लग जाय आग रही, कैसे चटक रंग डारो जैसे रसिया गीत भक्ति के संग फाग महोत्सव को मोहक बना रहे हैं। मतवाले रसिया भी भक्तों के साथ ठाकुरजी के आंगन में नृत्य कर ठाकुरजी को रिझा रहे हैं। मंदिर के विधि एवं मीडिया प्रभारी राकेश तिवारी ने बताया कि रसिया गायन रंगभरनी एकादशी तक नित्य प्रतिदिन चलता रहेगा। --हुआ कुनवारा और छाक महोत्सव:

ठाकुर द्वारकाधीश महाराज में मंदिर में शयन दर्शन के बाद शाम को छह से सात बजे तक कुनवारा के साथ ही छाक महोत्सव हुआ। हालांकि ब्रज दर्शन का कार्यक्रम 15 फरवरी को यमुना पूजन और चुनरी मनोरथ के साथ ही शुरू हो गया था। इस बीच में सभी बैठकों पर झारी चरण स्पर्श और प्रमुख तीर्थ स्थलों पर हुए मनोरथ हुए। शुक्रवार को मंदिर के गोस्वामी काकरोली युवराज डॉ. वागीश कुमार महाराज, राजकुमार वेदांत कुमार और सिद्धांत कुमार ने अपने आराध्य ठाकुर द्वारकाधीशजी महाराज को भव्य मनोरथ के साथ छाक धराई। सायंकाल काल में भव्य दर्शन हुए। छह बजे से लेकर सात बजे तक शयन के दर्शन हुए। पुष्टिमार्गीय संप्रदाय में ठाकुरजी की बालस्वरूप की सेवा की जाती है। पने आराध्य को लाड़ लड़ाने के लिए भाव का होना जरूरी है। श्रीधर चतुर्वेदी, कमला शंकर, राकेश तिवारी एडवोकेट, बनवारी लाल, राधा रमन अरोड़ा, ओम प्रकाश गुप्ता, बीएन चतुर्वेदी, राजीव चतुर्वेदी, पंडित बृजेश चतुर्वेदी, कन्हैया लाल जीतू मौजूद रहे।


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