गंभीर मरीजों को मिलेगा टेली मेडिसन इलाज
दो दर्जन स्थानों पर की जा रही है व्यवस्था ग्रामीण क्षेत्र के मरीजों को चिकित्सकों के नहीं काटने होंगे चक्कर
जागरण संवाददाता, मथुरा: ग्रामीण क्षेत्र के गंभीर बीमारी के मरीजों के लिए अब अच्छी खबर है। उन्हें चिकित्सकों से परामर्श करने के लिए शहर तक चक्कर नहीं काटने होंगे। ग्रामीण क्षेत्रों में बनाए जा रहे हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर पर तैनात किए जा रहे सीएचओ (कम्युनिटी हेल्थ आफीसर) बीमारी से संबंधित विशेषज्ञ से फोन पर परामर्श दिलाने का काम करेगा।
जिले में दो दर्जन स्थानों पर हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर का निर्माण किया गया है। यहां पर एक-एक सीएचओ को तैनात किया गया है। इन सभी सीएचओ को साधारण ओपीडी का तो सुबह आठ से दोपहर दो बजे तक संचालन करना है। साथ ही रोज गंभीर बीमारी से परेशान कम से कम पांच मरीजों को टेली मेडिसन की सुविधा भी मुहैया कराएंगे। गंभीर बीमारियों में शुगर, हाइपरटेंशन, कैंसर, टीबी आदि बीमारियों को शामिल किया गया है। एसीएमओ डा. दिलीप कुमार ने बताया कि सीएचओ सरकारी चिकित्सकों के साथ प्राइवेट चिकित्सकों से भी फोन पर परामर्श दिलाने का काम करेंगे। निजी चिकित्सकों में कौन-कौन से चिकित्सक शामिल होंगे। इसको लेकर पैनल तैयार किया जा रहा है। इसके पीछे की मंशा है कि ग्रामीण क्षेत्र के मरीजों को पहली स्टेज पर ही संबंधित बीमारी के चिकित्सक तक पहुंचाना है। क्योंकि अभी तक देखा गया है कि जिला अस्पताल में तमाम ऐसे मरीज आते हैं, जिनको कोई बीमारी होती है और किसी दूसरे बीमारी से संबंधित चिकित्सक के पास पहुंच जाते हैं। अब मरीजों को इधर उधर भटकना नहीं पड़ेगा। उन्हें हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर से ही संबंधित बीमारी के विशेषज्ञ के पास भेजा जाएगा।
प्राथमिकता पर दिया जाएगा समय
हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर से आने वाले गंभीर बीमारी के मरीज को जिला अस्पताल और पैनल में आने वाले चिकित्सक प्राथमिकता के आधार पर समय देंगे। क्योंकि मरीज को सीएचओ फोन पर दिए गए समय के अनुसार ही भेजने का काम करेगा। इससे मरीजों को भी चिकित्सक के लिए घंटों इंतजार नहीं करना होगा।
आशा कराएंगी इलाज
ग्रामीण क्षेत्र में गंभीर बीमारी से ग्रसित मरीजों को हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर तक पहुंचाने की जिम्मेदारी आशा कार्यकर्ता को सौंपी गई है, जो गांव के नजदीक हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर पर तैनात सीएचओ तक मरीज को पहुंचाने का काम करेगी।